Misbehavior with couple in the name of love jihad, Misuse of the Law
#Meerut #UttarPradesh #LoveJihad #UPPolice
मेरठ मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र और छात्रा के साथ ‘लव जिहाद’ के नाम पर बद्तमीज़ीऔर मारपीट का मामला सामने आया है. जहाँ कुछ लोगों ने घर में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्रा के साथ मारपीट करने के बाद उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने भी शाम तक दोनों को थाने बिठाए रखा. वहीं बाद में पुलिस ने छात्रा को उसके घरवालों के हवाले कर दिया और छात्र को भी छोड़ दिया. लेकिन इस घटना से पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ गए जिसकी वजह से दो कांस्टेबल, एक हेड कांस्टेबल और होमगार्ड के एक जवान को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया.
With reference to a video by staff of PRV 561 in PS Medical Meerut, HC Salek Chand, Const Neetu Singh, lady Const Priyanka have been suspended. A report regarding the HG Sainserpal has been sent to District Commandant Home Guard. Such behaviour shall never be tolerated. https://t.co/fZ7NxCwLy1
— UP POLICE (@Uppolice) September 25, 2018
इस घटना के संबंध में मेडिकल थाना पुलिस का कहना है कि छात्र किठौर और छात्रा हापुड़ की रहने वाली है. छात्र जागृति विहार में किराये के कमरे में रहता है जबकि छात्रा मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में रहती है. दोनों ने पुलिस को बताया कि वे दोस्त हैं. छात्रा ने बताया कि वह पढाई करने के लिए अपने दोस्त के कमरे पर आई थी. दोनों पढ़ाई कर रहे थे तभी विहिप कार्यकर्ताओं ने आकर उनके साथ अभद्रता की.
Shocking video of the girl who was rescued by cops from Vishwa Hindu Parishad goons who were harassing a Meerut couple for Love Jihad. The cops after rescuing the girl began assaulting her in the police van calling her out for chosing Muslim partner and made video. @uppolice pic.twitter.com/l0eIPmJKnp
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) September 25, 2018
पुलिस क्षेत्राधिकारी रामअर्ज के अनुसार विहित कार्यकर्ताओं की सूचना पर पुलिस छात्र-छात्रा को थाने लायी. पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर छात्रा ने अपनी मर्जी से कमरे पर आकर पढाई करने की बात कही. जिसके बाद दोनों के परिजनों को बुलाकर उन्हें सौप दिया गया.
वहीं, विहिप प्रांत कार्यालय प्रमुख मनीष ने आरोप लगाया कि पढ़ाई की आड़ में यहां गलत काम हो रहा था. जिसको कमरा किराये पर दिया गया था उसका पहचानपत्र मकान मालिक के पास नहीं था.