टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब सोशल मीडिया का सहारा लेने जा रहा है। इसके लिए सोशल मीडिया के चर्चित प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम आदि के जरिए टीबी के प्रति जागरूक किया जाएगा। ट्विटर पर इंडिया बनाम टीबी और यूपी बनाम टीबी के जरिए टीबी की जानकारी सीधे दी जा सकेगी। इस वेबसाइट पर अच्छे संदेशों को रीट्वीट भी किया जा सकेगा।
प्रदेश में आठ लाख टीबी के मरीज प्रदेश में टीबी के आठ लाख मरीज हैं। वहीं, पूरे देश में 35 लाख टीबी के मरीज हैं। साल 2030 तक डब्ल्यूएचओ ने टीबी को मिटाने का संदेश दिया है। वहीं प्रधानमंत्री ने 2025 तक ही देश को टीबी मुक्त करने का संकल्प लिया है।
ढ़ेगी जागरूकता
सीएमओ डॉ. एनके अग्रवाल ने बताया कि टीबी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए ब्लूप्रिंट लगभग तैयार कर लिया है। इस बार हम सोशल मीडिया का भी सहारा लेने जा रहे हैं। इसमें प्रचलित वेबसाइट्स की मदद ली जाएगी।
पहले चरण में खोजे गए टीबी के 37 मरीज
प्रदेश में अलग-अलग अभियानों के जरिए जिलों में टीबी के मरीज खोजे गए हैं। इसमें प्रथम चरण में बंजारे और मलिन बस्तियों में टीबी के मरीजों को ढूंढ़ा गया है। इसमें कुल 5,17,910 लोगों का लक्ष्य रखा गया था जिसमें 6,01921 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। वहीं, संभावित 2580 लोगों की जाच की गई, जिसमें 37 मरीजों को ट्रेस किया गया। इन सभी मरीजों को डॉट की दवा दी गई है।
क अप्रैल से मिलेंगे 500 रुपये
विश्व टीबी दिवस के अवसर पर से मरीजों को 500 रुपये प्रति माह मिलेंगे। एक अप्रैल से टीबी के हर मरीज को प्रति 500 रुपये अपनी सेहत का ख्याल रखने के लिए मिलेंगे। पूरी दुनिया के कुल मरीजों की संख्या के 25 प्रतिशत मरीज सिर्फ भारत में पाए जाते हैं।
टीबी के मरीज रखें सेहत का खास ख्याल टीबी के इलाज के लिए लोहिया अस्पताल के आयुर्वेद चिकित्सक एसके पाडेय ने बताया कि टीबी के इलाज के दौरान मरीज को अधिकाधिक आराम करना चाहिए। भोजन में पोषक पदार्थ यानी दूध, घी, पनीर आदि को प्राथमिकता के साथ खाएं।