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ऑनलाइन परीक्षा को लेकर धांधली के मामले सामने आ रहा है जानकारी के लिए पढ़े खबर….

प्रदेश में ऑनलाइन से लेकर लिखित परीक्षाओं में धांधली के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। फूल प्रूफ परीक्षा के दावों के बीच सॉल्वर गैंग लगातार सेंध लगाकर पुलिस की चुनौती भी बढ़ा रहे हैं। एसटीएफ के आंकड़े खुद इसके गवाह हैं। योगी शासनकाल में एसटीएफ ने 20 मार्च 2017 से 29 मार्च 2018 के मध्य परीक्षाओं में धांधली के 11 मामले पकड़े हैं। इनमें एसटीएफ ने 99 आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जबकि कई की तलाश की जा रही है। खासकर ऑनलाइन परीक्षा संचालित कराने वाली संस्थाओं की भूमिका को लेकर बड़े सवाल खड़े हुए हैं।

एसएससी व यूपीपीसीएल की ऑनलाइन परीक्षा में जिस प्रकार सॉफ्टवेयर के जरिए सेंध लगाई गई, उससे पुलिस की चिंता भी बढ़ गई है। पूर्व में दारोगा भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का मामला भी एसटीएफ ने पकड़ा था, जिसके बाद परीक्षा रद करा दी गई थी। परीक्षा संचालित कराने वाली एजेंसियों की लापरवाही का नतीजा लाखों अभ्यर्थियों को भुगतना पड़ रहा है। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह का कहना है कि ऑनलाइन परीक्षाओं के संचालन में विशेषज्ञ एजेंसियों का सहयोग बेहद जरूरी है। परीक्षा संचालित कराने वाली संस्था द्वारा आधुनिक उपकरणों के जरिए सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त करने के साथ ही एसटीएफ सहित अन्य विशेषज्ञ जांच एजेंसियों की निगरानी भी जरूरी है।

-एसएससी-मल्टी टास्किंग स्टाफ परीक्षा : 14 मई 2017 को वॉट्सएप के जरिए पेपर लीक करने के आरोपित पुष्पेंद्र व लोकेंद्र आगरा से पकड़े गए।- प्रतियोगी परीक्षा यूपीसीए-टीईटी -2017 : 16 मई 2017 डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा उत्तीर्ण कराने वाले गिरोह के 10 सदस्य गिरफ्तार।

-उप्र पुलिस की दारोगा भर्ती की ऑनलाइन परीक्षा – 22 अगस्त 2017 को प्रश्नपत्र हैक करने वाले गिरोह के सात सदस्य गिरफ्तार।

– अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी)- 13 अक्टूबर 2017 को ऑफ लाइन भर्ती परीक्षा में इलेक्ट्रानिक उपकरणों का प्रयोग कर परीक्षा प्रभावित करने वाले दो आरोपित पकड़े गए। 15 अक्टूबर को परीक्षा में धांधली कर अवैध वसूली करने वाले नौ आरोपित बागपत, सहारनपुर व इलाहाबाद से पकड़े गए।

– उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा आयोजित ग्रुप सी व डी की परीक्षा – 10 नवंबर 2017 को परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग कर धांधली कराने वाले गिरोह के चार सदस्य बंदी। 12 नवंबर को गोरखपुर से गिरोह सहित 13 आरोपित व लखनऊ से तीन आरोपित पकड़े गए।

– एसएससी की मल्टी टास्किंग स्टाफ परीक्षा – 20 नवंबर 2017 को वॉट्सएप के जरिए पेपर आउट कराने का आरोपित मुकेश कुमार आगरा से गिरफ्तार।

– उप्र माध्यमिक बोर्ड परीक्षा – छह फरवरी 2018 को सामूहिक नकल कराने वाले गिरोह के तीन सदस्य इलाहाबाद में गिरफ्तार। छह फरवरी को बलिया में छह आरोपित पकड़े गए। 17 फरवरी को मिरजापुर में तीन गिरफ्तार। 24 फरवरी को एटा में 10 आरोपित गिरफ्तार।

– चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से संबद्ध मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस परीक्षाओं सहित अन्य महाविद्यालयों की स्नातक, परास्नातक व एलएलबी की परीक्षा – 17 मार्च 2018 को परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं को बदलवाने वाले गिरोह के चार सदस्य मेरठ से गिरफ्तार। 19 मार्च को उत्तर पुस्तिकाएं बदलवाने वाले दो लाभार्थी मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार।

– राज्य विश्वविद्यालय की ग्रेजुएट स्तरीय परीक्षाओं में 26 मार्च 2018 को एसटीएफ ने सचल दस्ते के चार सदस्यों को रिश्वत लेते इलाहाबाद से पकड़ा।

– एसएससी की ऑनलाइन परीक्षा – 26 मार्च को एसटीएफ ने दिल्ली से परीक्षा में धांधली करा रहे सॉल्वर गैंग के चार सदस्यों को पकड़ा।

-यूपीपीसीएल ऑनलाइन परीक्षा- 28 मार्च 2018 को एसटीएफ ने पेपर लीक व ऑनलाइन धांधली करने वाले 12 आरोपितों को पकड़ा।

यहां भी हुई गड़बड़ी

-सपा शासनकाल में हुई जलनिगम भर्ती में धांधली को लेकर बड़े सवाल खड़े हुए।

-पशुधन प्रसार अधिकारी भर्ती परीक्षा में भी हुई थी धांधली।

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