Thursday, November 21, 2024
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सपा नेता की गोली मारकर हत्‍या! जानिए मामला…

SI News Today

उत्‍तर प्रदेश में बदमाशों का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का है. वाराणसी में शुक्रवार को बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करके समाजवादी पार्टी के नेता प्रभु साहनी की हत्‍या कर दी. प्रभु समाजवादी युवजन सभा के जिला सचिव थे और नाविक समाज के नेता भी कहे जाते थे. मंदिर से लौटते समय चौक थाना क्षेत्र के सिंधिया घाट पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर प्रभु को मौत के घाट उतारा. फिलहाल मौत की वजह पारिवारिक दुश्मनी बताई जा रही है.

प्रभु साहनी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की युवा टीम में काफी एक्टिव रहते थे. वाराणसी में समाजवादी पार्टी युवजन सभा के जिला सचिव के रूप में लंबे वक्त से राजनीति में सक्रिय प्रभु शुक्रवार को सुबह संकटा जी मंदिर दर्शन करने गए थे और वहां से लौट रहे थे. सिंधिया घाट पर सीढ़ियां उतर ही रहे थे तभी अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी. 3 राउंड से ज्यादा फायरिंग में एक गोली प्रभु के सीने पर बाईं ओर जा लगी. जिससे वह मौके पर ही गिर पड़े. इस दौरान वहां स्‍थानीय लोगों की भीड़ लग गई और इलाके में हड़कंप मच गया.जब तक स्थानीय लोग कुछ समझते और उन्‍हें अस्पताल पहुंचाते तब तक उनकी मौत हो चुकी थी. प्रभु के छोटे भाई शंभू साहनी ने बताया कि प्रभु का अपने ही ताऊ के बेटे विनोद निषाद उर्फ गुरु, शिव निषाद और जितेंद्र निषाद से बीते 20 सालों से ज्यादा वक्त से दशाश्वमेध घाट पर नाव बांधने को लेकर विवाद चल रहा है. इसे लेकर गुरुवार को दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी और प्रभु को धमकी भी दी गई थी जिसकी शिकायत पुलिस से भी हुई थी. शुक्रवार शाम को पुलिस ने दोनों पक्षों को सुलह समझौते के लिए बुलाया भी था. लेकिन उससे पहले ही प्रभु की हत्या कर दी गई.

फिलहाल इस मामले को लेकर एसएसपी राम कृष्ण भारद्वाज का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और 3 लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. जहां तक परिजनों ने अपने चचेरे भाई पर आरोप लगाया है. इसे लेकर परिजनों ने नामजद तहरीर दी है. इस हत्या के आरोपियों की तलाश क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है. एसएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया इस मामले में नाव चलाने को लेकर काफी पुरानी लड़ाई की बात सामने आई है. उनका कहना है कि दोनों परिवारों के बीच घाट के किनारे नाव लगाने को लेकर काफी पुरानी लड़ाई चली आ रही है, जिसकी पृष्ठभूमि की जांच किया जा रहा है. मौके पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष पीयूष यादव ने बताया कि प्रभु साहनी समाजवादी पार्टी का सक्रिय कार्यकर्ता था और हाल ही में हुए निकाय चुनाव में उसने बंगाली टोला वार्ड से पार्षद का चुनाव भी लड़ा था. हालांकि उसे जीत हासिल नहीं हो सकी थी लेकिन अपनी व्यावहारिकता की वजह से वह लोगों के बीच काफी प्रचलित था.

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