उत्तर प्रदेश के एक गर्ल्स हॉस्टल में लड़कियों से गलत काम कराने का मामला सामने आया है। हॉस्टल की लड़कियों ने आरोप लगाया है कि दो टीचर उन पर गलत काम करने का दबाव बनाती थीं और जब वे ऐसा करने से इनकार करतीं तो उनकी बुरी तरह से पिटाई की जाती थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इसकी पुष्टि हॉस्टल की एक वॉर्डन द्वारा की गई है। यह मामला कुशीनगर के सुकरौली स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय का है।
विद्यालय की एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि स्कूल की दो शिक्षिकाओं ने उस पर गलत काम करने का दबाव बनाया था। उसने जब ऐसा करने से इनकार किया तो कमरे में बंद कर उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी गई। इतना ही नहीं, उसे छत से फेंकने की धमकी भी दी जाती थी। ऐसा उन्होंने कई छात्राओं के साथ किया था। बताया जा रहा है कि इनमें से एक शिक्षिका राजनीतिक तौर पर काफी मजबूत है और इसी का फायदा उठाकर वह सभी को डराकर रखने की कोशिश करती थी। इस मामले पर बात करते हुए हॉस्टल की वॉर्डन शालिनी सिंह ने बताया कि उन्होंने इसकी सूचना जिला कलेक्टर को दी थी, जिसके बाद उन्होंने इस मामले की जांच की है।
शालिनी का कहना है कि उन्होंने हमसे इस बारे में कुछ नहीं पूछा। उन्होंने इस मामले में सीधे बच्चियों से ही पूछताछ की। पीड़ित छात्रा की शिकायत पर बात करते हुए शालिनी ने बताया कि वह कहीं चली गई थीं और उनके जाने के बाद लड़की के साथ मारपीट की गई। इस घटना का पता चलने के बाद लड़की के परिजन आए और उन्होंने इसकी शिकायत शिक्षा अधीक्षक से की। शालिनी ने बताया कि आरोपी शिक्षिका ने लड़कियों के परिजनों के सामने धमकी दी थी कि मैं स्कूल बंद करवा दूंगी। इतना ही नहीं, आरोपी शिक्षिका ने शिक्षा अधिकारी के सामने वॉर्डन को नौकरी से निकलवाने की धमकी भी दी थी। फिलहाल, इस मामले में आरोपी शिक्षिकाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है।