उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल यहां एक व्यक्ति ने अपने घरवालों के साथ मिलकर अपनी पत्नी के पीट-पीटकर दोनों हाथ तोड़ दिए। महिला का दोष सिर्फ इतना था कि वह बेटे को जन्म नहीं दे पा रही थी। फिलहाल महिला के घरवालों ने इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करायी है, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना शाहजहांपुर के एक गांव बाबरा की है, जहां रेखा देवी नाम की महिला ने तीन बेटियां होने के बाद चौथी बार भी बेटी को ही जन्म दिया तो इससे महिला का पति और ससुराल वाले बेहद नाराज हो गए। दरअसल ससुराल वाले इस बार बेटा चाहते थे, ऐसे में महिला के पति ने गुस्से में आकर अपने घरवालों के साथ मिलकर महिला को बुरी तरह पीटा और उसके दोनों हाथ तोड़ दिए।
एसपी (ग्रामीण) सुभाष चंद्र शाक्य का कहना है कि महिला को पिटाई के कारण गंभीर चोटें आयी हैं। फिलहाल हम मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ कारवाई की जाएगी। दरअसल पीड़ित महिला रेखा के परिजन उसे देखने उसकी ससुराल पहुंचे थे, वहां उन्होंने देखा कि रेखा को कई चोटें आयी हुई हैं और वह दर्द से कराह रही थी। इस पर रेखा के परिजन उसे अस्पताल लेकर गए और फिर पुलिस में रेखा के पति और अन्य ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी। बेटी पैदा होने के कारण ससुराल वालों द्वारा महिला की पिटाई का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं कई राज्यों में घट चुकी हैं।
बीते साल जुलाई माह में भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी। दरअसल इस वीडियो में दिखाई दे रहा था कि किस तरह कुछ लोग मिलकर एक महिला को लाठी-डंडो से बड़ी ही बेरहमी से पीट रहे थे। पता चला कि महिला ने बेटी को जन्म दिया था, जिसे ससुराल वालों ने अपनाने से इंकार कर दिया और महिला को दहेज के लिए भी परेशान करना शुरु कर दिया। जब महिला ने इसका विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसे बड़ी ही बेरहमी से पीटा। हालांकि सरकार द्वारा बेटी के जन्म पर सामाजिक सुरक्षा देने वाली कई योजनाएं शुरु की गई हैं, लेकिन इन सबके बावजूद अभी भी समाज में कई जगहों पर बेटियों के जन्म पर खुशियां नहीं मनायी जाती।