फर्रुखाबाद के सुधीर मिश्रा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना गुरू मानते हैं. वे इस 21वीं सदी में महाभारत काल वाले एकलव्य की शिष्य परंपरा पर चल पड़े हैं. सीएम योगी में सुधीर की इतनी दृढ़ आस्था है कि अब जीवन उन्हीं को समर्पित कर दिया है. जानकारी के मुताबिक उनके लिए सीएम योगी से मिलना तक कठिन था लेकिन नगर पालिका चुनाव में फर्रुखाबाद आए योगी के लिए वे माला लिए बहुत देर तक खड़े रहे. योगी ने भी अपने भक्त की लगन को दूर से ही परख लिया और सुरक्षा कर्मियों को निर्देश देकर उन्हें अपने पास बुलाकर माला पहनी.
पूजाघर में लगा रखी है योगी की तस्वीर
कहते हैं कि उसी वक्त से सुधीर ने योगी आदित्यनाथ को अपना गुरू मान लिया और संन्यास भी ग्रहण कर लिया. अब उनके पूजाघर में देवी-देवताओं के साथ-साथ योगी का भी चित्र बिराजमान रहता है. फिलहाल यह छोटा योगी एक महीने की गोरखधाम पद यात्रा पर निकल पड़ा है. जी हां, सुधीर फर्रुखाबाद से पैदल अपने गुरू के धाम ‘गोरखनाथधाम’ जाने का संकल्प ले चुके हैं. अपनी इस पदयात्रा के दौरान वे नैमिषारण्य और अयोध्या जैसे तीर्थस्थलों पर भी जाएंगे.
योगी भक्त ने अपना ली है योगी की ही वेश-भूषा
फर्रुखाबाद के मेरापुर के मूल रूप से निवासी सुधीर मिश्रा ने चुनावी सभा में योगी को माला पहनाने के बाद संन्यास ग्रहण कर लिया था. इस घटना की खास बात यह है कि अब सुधीर कपड़े भी योगी की तरह ही भगवा रंग के पहनते हैं और सिर का मुंडन कराए रखते हैं. यही नहीं उन्होंने अपने नाम के आगे ‘योगी’ भी जोड़ लिया है. अपनी पदयात्रा के बारे में जी मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इस पदयात्रा के लिए उनके गुरू का कोई आदेश नहीं मिला है, इसके लिए वे स्वप्रेरित हैं.
1 महीने लंबी पदयात्रा के बाद गोरखपुर पहुंचेंगे योगी भक्त
सुधीर मिश्रा (योगी) ने जी मीडिया को बताया कि उन्होंने अपने मूल निवास मेरापुर से पैदल यात्रा का शुभारंभ किया है. रविवार को यात्रा धर्म का प्रचार करती हुई पांचाल घाट पहुंची. जहां से यात्रा अब हरदोई के अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान कर गयी. हरदोई से पद यात्रा नैमिषारण्य, मिश्रिख, लखनऊ, रामजन्म भूमि अयोध्या से होते हुए गुरू गोरखनाथ धाम गोरखपुर पंहुचेगी. योगी सुधीर मिश्रा ने बताया कि लगभग एक महीने लंबी पद यात्रा करके वह गोरखपुर पहुंचेंगे.