उत्तर प्रदेश के कासगंज में भड़की हिंसा के बाद जायजा लेने जा रहीं साध्वी प्राची को पुलिस ने हाथरस के कस्बा सिकंदराराऊ में रोक दिया। कासगंज जाने में सफल नहीं हुईं तो साध्वी अलीगढ़ पहुंचीं और यहां उन्होंने प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली । साध्वी ने कहा कि हिंदुस्तान में रहना है तो वंदेमातरम कहना है, जो ऐसा नहीं करेगा उसे पाकिस्तान जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा, हमने अब कासगंज में चंदन को खो दिया, यह घटना पुलिस अफसरों की लापरवाही है। यूपी में 15 साल तक सपा-बसपा की सरकार रही, अफसरों की मानसिकता अब तक नहीं बदल सकी है। साध्वी ने कहा कि कासगंज के अफसरों की इस लापरवाही की शिकायत और वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगी। उन्होंने यूपी सरकार को 24 घंटे के भीतर चंदन के हत्यारों को पकड़ने का अल्टीमेटम दिया है।
एटा सांसद राजवीर सिंह के घर पर पत्रकारों से रूबरू साध्वी प्राची ने कहा कि मुजफ्फरनगर में सचिन ओर गौरव को हमने खोया, दादरी कांड के बाद जेलर ने राहुल को पीट-पीटकर मार डाला और अब गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत माता के जयकारे लगाने पर समुदाय विशेष के हमले में चंदन की मौत हो गई। साध्वी ने आरोप लगाया कि समुदाय विशेष बाहुल्य इलाकों में हिंदुओं का रहना सुरक्षित नहीं है। साध्वी ने कहा कि जो लोग वंदेमातरम का विरोध कर रहे हैं, वे कान खोलकर सुन लें-हिंदुस्तान में रहना है तो वंदेमातरम कहना होगा, नहीं तो उन्हें पाकिस्तान जाना होगा।
इससे पूर्व जब हाथरस में पुलिस ने साध्वी प्राची को कासगंज जाने से रोका तो वह सिकंदराराऊ के पंत चौराहा पर धरने पर बैट गईं। इस दौरान उनकी सिकंदराराऊ कोतवाल से नोंकझोंक हुई। पुलिस ने गाड़ी की चाबी निकाल ली तो आक्रोशित हुए समर्थकों ने अलीगढ़-एटा और मथुरा-बरेली रोड पर जाम लगा दिया। कई थानों की पुलिस फोर्स साध्वी समर्थकों को काबू में करने में जुटी रही। साध्वी कासगंज की तरफ कूच न कर पाएं इसके लिए सीमा भी सील कर दी गई थी।