आईटी क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है. टीसीएस को देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का गौरव प्राप्त हुआ है. उसका बाजार पूंजीकरण 100 अरब डॉलर (6.5 लाख करोड़ रुपए) के पास पहुंच गया है. यह उपलब्धि कंपनी के शेयरों की कीमतों में शुक्रवार को सात फीसदी उछाल आने के बाद मिली. टीसीएस इस मुकाम पर पहुंचने वाली देश की पहली कंपनी है. खबर के अनुसार कंपनी के शेयरों में बीएसई और एनएसई दोनों एक्सचेंजों में मजबूती देखने को मिली है. इससे कंपनी के बाजार पूंजीकरण में दो कारोबारी हफ्तों में 41,300.92 करोड़ रुपए का उछाल आया है. इससे कंपनी का मार्केट कैप बढ़कर 6,52,082.92 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है.
रिलायंस, एचडीएफसी को काफी पीछे छोड़ा
टीसीएस के बाद बाजार पूंजीकरण के मामले में दूसरे नंबर पर मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज है. उसका मार्केट कैप 5,87,929.9 करोड़ रुपए है. वहीं एपल का मार्केट कैप दुनिया में सबसे ज्यादा 6123 अरब रुपए है. एचडीएफसी बैंक का 5,08,884 करोड़ रुपए, आईटीसी का 3,36,777.52 करोड़ और हिन्दुस्तान यूनिलिवर का 3,17,211.69 करोड़ रुपए हो गया है. वित्त वर्ष 2016-17 में कुल मिलाकर टीसीएस का शुद्ध लाभ 8.3 प्रतिशत बढ़कर 26,289 करोड़ रुपये रहा जबकि कारोबार 8.6 प्रतिशत बढ़कर 1,17,966 करोड़ रुपये हो गया. जनवरी मार्च 2017 तिमाही में टीसीएस ने शुद्ध आधार पर 8726 नये कर्मचारी जोड़े और उसके कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 3,87,223 हो गई.
टीसीएस को हुआ था 6608 करोड़ रुपए का मुनाफ़ा
बीते हफ्ते घोषित वित्तीय नतीजों में कंपनी का शुद्ध लाभ मार्च 2017 को समाप्त तिमाही में 4.2 प्रतिशत बढ़कर 6,608 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी का शुद्ध लाभ गत वर्ष की समान तिमाही में 6340 करोड़ रुपये रहा था. टाटा समूह की इस कंपनी का कहना है कि आलोच्य तिमाही में उसका कारोबार 4.2 प्रतिशत बढ़कर 29,642 करोड़ रुपये रहा. उल्लेखनीय है कि टाटा समूह के कुल मुनाफे में टीसीएस का हिस्सा 60 प्रतिशत से अधिक है. टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन ने कहा,’मुख्य बाजारों में आर्थिक व राजनीतिक संकट के बीच 2016-17 हमारे लिए व्यापक आधार वाली वृद्धि का साल रहा. साल के दौरान हमने सतत मुद्रा आय में 1.4 अरब डॉलर जोड़े.’