बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे आ गया। विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी के बीच तेल के दाम में तेजी के साथ बाजार में गिरावट आई। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स कारोबार के दौरान रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद 98.80 अंक या 0.29 प्रतिशत की गिरावट के साथ 33,911.81 अंक पर बंद हुआ। बाद में मुनाफावसूली से इसमें गिरावट आई। पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में 254.33 अंक की तेजी आई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 40.75 अंक या 0.39 प्रतिशत टूटकर 10,490.75 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 10,552.40 अंक की नई ऊंचाई पर चला गया था। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीए) कच्चे तेल का भाव 2015 के मध्य से उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं ब्रेंट क्रूड तेल का दाम 66.73 डालर पर पहुंच गया। लीबिया में पाइपलाइन विस्फोट से ओपेक (तेल निर्यातक देशों के संगठन) उत्पादन बाधित होने से तेल के दाम में तेजी आई है।
वहीं, शेयर बाजारों के लिए मंगलवार का दिन नए रिकॉर्ड वाला रहा था। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही अपने अब तक के सबसे उच्च स्तर पर बंद हुए थे। इसकी अहम वजह बाजार में लिवाली समर्थन होना था। बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों पर आधारित सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन चढ़ा। यह 70.31 अंक यानी 0.21% सुधरकर 34,010.61 अंक के अब तक के उच्च स्तर पर बंद हुआ था। इससे पहले शुक्रवार को यह 33,940.30 अंक के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर बंद हुआ था। उस दिन इसमें 184.10 अंक का उछाल देखा गया था।