These companies will come up with new names and business plans! Learn
आइडिया सेल्युलर ने वोडाफोन के साथ करार के बाद अस्तित्व में आने वाली संयुक्त कंपनी के लिए वोडाफोन आइडिया लिमिटेड नाम रखने का प्रस्ताव किया है. यह संयुक्त इकाई देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी होगी. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में आइडिया ने कहा कि कंपनी का नाम बदलकर वोडाफोन आइडिया लिमिटेड करने के लिए सदस्यों की अनुमति ली जाएगी. कंपनी की ईजीएम 26 जून को होगी जिसमें नाम बदलने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा.
26 जून को होने वाली ईजीएम में बोर्ड के नॉन कन्वर्टिबल सिक्यूरिटीज के जरिये 15,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना पर भी बातचीत होगी. इस रकम का उपयोग कर्ज चुकाने के लिए किया जा सकता है. आपको बता दें कि रिलायंस जियो के सितंबर 2016 में मार्केट में आने के बाद टेलीकॉम कंपनियों को बड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा है. ऐसे में आइडिया और वोडाफोन के साथ आने के बाद बनने वाली कंपनी जियो और एयरटेल से कड़ी टक्कर लेने के लिए अपनी बैलेंस शीट को मजबूत बनाने पर जोर देगी.
आपको बता दें कि वोडाफोन और आइडिया दोनों आपस में विलय होने के अंतिम चरण में हैं. दोनों ही कंपनियों की तरफ से नियामकीय मंजूरियां हासिल करने का प्रोसेस चल रहा है. 42 प्रतिशत कस्टमर मार्केट शेयर और 37 प्रतिशत रेवेन्यू मार्केट शेयर के साथ नई कंपनी देश की सबसे बड़ी कंपनी होगी. नियामकीय सूचना में कुमार मंगलम बिड़ला की तरफ से कहा गया कि सभी नियामकीय मंजूरी मिलने और रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से नया सर्टिफिकेट मिलने के बाद नया नाम वोडाफोन आइडिया लिमिटेड होगा.
दोनों कंपनियों के एक साथ आने के बाद यह टेलीकॉम मार्केट की सबसे बड़ी कंपनी हो जाएगी. ऐसे में जानकारों को यह भी उम्मीद है कि नई कंपनी बाजार में अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए कुछ नए प्लान लेकर आ सकती है. ऐसे में अन्य टेलीकॉम कंपनियों को टक्कर देनी वाली रिलायंस जियो को नई कंपनी की तरफ से टक्कर मिल सकती है. इससे बाजार में एक बार फिर से प्राइस वार शुरू होने की उम्मीद है.