अफगानिस्तान में आईएस के आतंकियों ने अब अपने ही लड़ाकों का सिर धड़ से अलग करना शुरू कर दिया है। इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने नंगरहार में अपने 15 लड़ाकों के सिर काट डाले। सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक इस्लामिक स्टेट द्वारा उठाया गया ये कदम अफगानिस्तान में आतंकी गुटों के बीच आपसी संघर्ष का नतीजा है। नंगरहार अफगानिस्तान का पूर्वी राज्य है और ये इलाका पाकिस्तान के बॉर्डर से सटा हुआ है।
नंगरहार को अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट और तालिबान का गढ़ माना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के मुताबिक ये नरसंहार अचिन जिले के सुर्ख अब बाजार में हुआ। बता दें कि राजनीतिक बंदियों, विदेशियों और बागियों का सिर काटने का ISIS का खूनी इतिहास रहा है। आतंकी संगठन ISIS साल 2015 से देश के तकरीबन 9 राज्यों में अपनी पैठ जमा चुका है। कई इलाकों में इस आतंकी संगठन की समानांतर सरकार चलती है। अफगानिस्तान में पकड़ मजबूत करने की होड़ में आतंकी संगठन तालिबान और ISIS के लड़ाके आपस में भिड़ते रहते हैं। इस दौरान यहां दोनों आतंकी संगठनों के लड़ाकों पर जासूसी के आरोप लगते रहते हैं।
बता दें कि इराक और सीरिया से ISIS का सफाया होने के बाद ये आतंकी संगठन अब अफगानिस्तान में अपनी मौजूदगी का एहसास कराने की कोशिश कर रहा है। इसलिए इस संगठन ने कई आत्मघाती हमलों को अंजाम दिया है।इधर अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में ही एक आत्मघाती हमले में गुरुवार को कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। यह हमला लचर होती सुरक्षा व्यवस्था को दिखाता है।
प्रांतीय प्रवक्ता अत्ताउल्लाह खोग्यानी ने बताया कि हमलावर प्रांतीय राजधानी जलालाबाद में भीड़ में घुसा। लोगों की भीड़ एक स्थानीय पुलिस कमांडर के समर्थन में प्रदर्शन कर रही थी जिसे बर्खास्त कर दिया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण रूप से आठ लोग मारे गए।’’ उन्होंने बताया कि विस्फोट में बच्चों समेत 15 अन्य लोग भी घायल हो गए। अभी तक किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि तालिबान नंगरहार प्रांत में सक्रिय है।