चक्रवाती तूफान मोरा मंगलवार (30 मई) को बांग्लादेश के समुद्र तट पर पहुंच गया। तूफान के कारण 117 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। तट के किनारे स्थित कई घर नष्ट हो गए हैं। तूफान के चलते समुद्र तटीय इलाके से हजारों लोगों को हटा दिया गया है। इस तूफान से पूर्वी भारत के तटीय इलाकों के प्रभावित होने की भी आशंका है। मौसम विभाग के अनुसार तूफान के उत्तरी दिशा में बढ़ने की आशंका है।
बांग्लादेश के अखबार डेली स्टार के अनुसार तेज हवा और बारिश के साथ ही बिजली भी कड़क रही है। बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से और तटीय जिलों में इस तूफान का असर है। चक्रवात केंद्र के अनुसार मोरा तूफान के कारण 89 किलोमीटर से 117 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार तक हवा चल रही है। अखबार के अनुसार बांग्लादेश सरकार ने करीब तीन लाख लोगों को तटीय इलाकों से हटवाया है।
बांग्लादेश के करीब 10 जिलों के 25 लाख लोग इस चक्रवाती तूफान से प्रभावित हो सकते हैं। कोक्स बाजार, चटगांव, नोआखली, लक्ष्मीपुर, फेनी, चांदपुर, बारगुना, पटुआखली, भोला, बारिसल और पिरोजपुर जिलो में चक्रवात के प्रभाव से तेज बारिश इत्यादि हो सकते हैं।
बांग्लादेश में तटीय क्षेत्रों में भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोरा’ आने की आशंका के मद्देनजर सोमवार (29 मई) को दक्षिणी तटीय क्षेत्र में व्यापक बचाव अभियान चलाया गया। मौसम विभाग ने दो समुद्री बंदरगाहों के लिए 10 के स्केल पर सर्वोच्च स्तर की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने एक विशेष बुलेटिन में कहा कि चटगांव और कॉक्स बाजार के बंदरगाहों पर चक्रवाती तूफान की चेतावनी को बड़े खतरे के सिग्नल संख्या 10 के स्तर पर जारी किया गया है।
विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान के उत्तरी दिशा में बढ़ने और कल सुबह चटगांव तथा कॉक्स बाजार में पहुंचने से भयावह तूफान का खतरा है। तूफान मोरा में समुद्री बंदरगाहों और तटीय क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश हो सकती है और प्रचंड हवाएं चल सकती हैं। आपदा प्रबंधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘19 दक्षिण पूर्व जिलों में स्थानीय प्रशासन और स्वैच्छिक एजेंसियों ने लोगों से तूफान के लिए बनाये गये आश्रयस्थलों में जाने को कहा गया है। हमें उम्मीद है कि आज शाम तक उनमें से अधिकतर सुरक्षित पहुंच गये होंगे।’’ आपदा प्रबंधन निदेशक अबू सैयद मोहम्मद हाशिम ने कहा कि सशस्त्र बलों समेत कई एजेंसियों के कर्मियों के साथ चिकित्सा और बचाव दलों को तत्काल कार्रवाई के लिहाज से तैयार रहने को कहा गया है।
दक्षिण पूर्व बंदरगाह शहर चटगांव के अधिकारियों ने कहा कि देश के मुख्य बंदरगाह पर परिचालन निलंबित करने के आदेश जारी किये गये हैं। गृह जल परिवहन अधिकारियों ने आंतरिक मार्गों पर फेरी या मोटर चालित नौकाओं का परिचालन रोक दिया है और तटीय क्षेत्रों में रहने वालों से तत्काल शरण लेने को कहा गया है।