हांगकांग ने उसकी रेटिंग घटाए जाने को लेकर मूडीज पर पलटवार किया है। हालांकि मूडीज ने कहा है कि हांगकांग अब अधिक से अधिक चीन के साथ जुड़ रहा है। मूडीज द्वारा पिछले तीन दशक में पहली बार चीन की की रेटिंग घटाई गई है। उसके कुछ घंटों के बाद ही हांगकांग की रेटिंग को भी एजेंसी ने कम किया है। बढ़ते कर्ज और धीमी पड़ती उसकी आर्थिक वृद्धि के चलते मूडीज ने चीन की रेटिंग कम की है। मूडीज ने यह फैसला ऐसे समय किया है जब चीन अपने अनियमित और जोखिमपूर्ण कर्ज की सफाई करने में लगा है। यह कर्ज पिछले कई सालों तक चीन की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाता रहा है। हालांकि कुछ विश्लेषकों को चीन की कर्ज लेते रहने की आदत के छूटने को लेकर आशंका है। बीजिंग ने हालांकि, मूडीज की उसकी रेटिंग कटौती को खारिज किया है। चीन का कहना है कि मूडीज ने उसके जोखिम आकलन के लिए जो तरीका अपनाया है वह ठीक नहीं है। हांगकांग की रेटिंग को कम करते हुए मूडीज ने कहा है कि इस शहर और चीन के बीच जुड़ाव लगातार बढ़ता जा रहा है। हांगकांग में बैंक चीन से जुड़े कर्ज को लेकर अधिक लिप्त हैं। हांगकांग के शेयर बाजारों ने भी शंघाई और दूसरे राज्यों से गठबंधन किया है। एजेंसी ने कहा है कि हांगकांग का चीन के वन बेल्ट वन रोड कार्यक्रम के साथ जुड़ना भी इसकी अर्थव्यवसथा और वित्तीय प्रणाली को चीन की मुख्यभूमि के और नजदीक लाता है।
इससे पहले मूडीज ने चीन की रेटिंग घटाते हु एकहा कि चीन की विकास रफ्तार घटी है। मूडीज ने कहा कि आने वाले सालों में भी चीन की ताकत में कमी आएगी। ये बात मूडीज ने बीते बुधवार (24 मई, 2017) कही। जिसके तहत मूडीज ने चीन की रेटिंग को AA3 से घटाकर A1 कर दिया। मूडीज के अनुसार साल 2020 तक चीन की अर्थव्यवस्था में कर्ज 45 फीसदी तक पहुंचने की आशंका है। वहीं मौजूदा आंकड़े की बात करे तो ये 40 फीसदी तक जाता हुआ नजर आ रहा है।