अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने प्रचार अभियान के तार रूस से जुड़े होने के आरोपों को फर्जी बताकर खारिज कर दिया और कहा कि खुफिया जांच पैनल को उनके प्रचार सलाहकारों के रूस से संबंधों के बजाय बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन के उस देश से संबंधों की जांच करनी चाहिए।
ट्रंप ने अपने समर्थकों से ट्विटर पर कहा कि सदन की खुफिया समिति बिल और हिलेरी की उस संधि की जांच क्यों नहीं कर रही, जिसने बड़ी मात्रा में यूरेनियम रूस जाने दी। वह उस रूसी भाषण…बिल को मिलने वाले धन, हिलेरी द्वारा रूस की तारीफ या पोडेस्टा रूसी कंपनी वाले मामले पर गौर क्यों नहीं करती?
ट्रंप ने अपने ट्वीट में दावा किया कि राष्ट्रपति पद की चुनावी दौड़ में उनकी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी ने विदेश मंत्री रहने के दौरान यूरेनियम रूस जाने दिया। ट्रंप के यह आरोप दरअसल रूस की परमाणु ऊर्जा एजेंसी द्वारा टोरंटो की एक कंपनी में नियंत्रण संबंधी हिस्सेदारी खरीदने से जुड़े हैं। टोरंटों की इस कंपनी की अमेरिका में खदान और मिल हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप रूस की कहानी एक धोखा है।