ब्रिटेन हमले में शनिवार को मारे गए आंतकियों का अंतिम संस्कार करने के लिए कोई इमाम तैयार नहीं हो रहा है। यहां 130 इमामों व मुस्लिम गुरुओं ने ऐलान किया है कि वो इन आतंकियों का पारंपरिक इस्लामी तरीके से अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। इन सभी लोगों का कहना है कि इन आतंकियों ने इस्लाम के आदर्शों के खिलाफ जाकर काम किया है। इन्होंने निर्दोष लोगों का बेवजह खून बहाया है। इसलिए ये लोग पारंपरिक इस्लामिक तौर-तरीकों से अंतिम संस्कार किए जाने का हक नहीं रखते।
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना काफी दुखद है। इन आतंकियों का यही अंजान होना था। वे लोग इस्लामिक संस्कार योग्य नहीं हैं। वैसे आमतौर पर हम लोग व्यक्ति के कर्मों की बिना परवाह किए अंतिम संस्कार कर देते हैं। लेकिन इन्होंने इंसानियत और इस्लाम के आदर्शों के खिलाफ जाकर यह गुनाह किया।
समूह ने सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा कि हम इन हमलावरों का पारंपरिक रुप से अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। साथ ही हम अपने अन्य धर्मगुरुओं और इमामों से अपील करेंगे कि वे भी इन लोगों का अंतिम संस्कार नहीं करे। उन्होंने कहा, ”इन लोगों ने जो गुनाह किया वो किसी कीमत पर माफी योग्य नहीं है। किसी भी रुप से इन हमलावरों का समर्थन नहीं किया जा सकता है। उनकी गतिविधियां इस्लाम के तालीम के मुताबिक नहीं है।
धर्मगुरुओं ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि इन आतंकियों को नाकाम करने का तरीका एक ही है कि आप सभी लोग एकजुट होकर ऐसी विचारधारा के खिलाफ हो जाए। साथ ही ऐसे लोगों को अपने आस-पास पनपने न दे जो समाज और आपको विभाजित करे। इन लोगों का कोई धर्म-मजहब नहीं होता है। ये इस्लाम के भी दोषी हैं और इंसानियत के भी।
गौरतलब है कि शनिवार को लंदन में दो अलग-अलग जगह आतंकी हमला हुआ था। इसमें सात लोगों की मौत हो गई थी और करीब 48 लोग घायल हो गए थे। एजेंसियों के मुताबिक, यह हमला शनिवार को रात 10 बजे हुआ था। आतंकियों ने वैन से लोगों को कुचलने की कोशिश की थी। इसके बाद आतंकियों ने रेस्तरां में लोगों पर चाकुओं से हमला किया। हालांकि, पुलिस ने आठ मिनट के अंदर आतंकियों को मार गिराया।