चीन का सोशल मीडिया भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण का फैन बन गया है। इसकी वजह है सिक्किम के नाथु-ला में चीनी सैनिकों के साथ उनकी स्नेह भरी बातचीत। सिक्किम में भारत-चीन बॉर्डर पर चीनी सैनिकों को कहा कहा नमस्ते शब्द चीनी मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ। बॉर्डर पर पहुंचने और ना सिर्फ भारत बल्कि चीनी सैनिकों के साथ वक्त गुजारने के लिए पड़ोसी देश के लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं और उन्हें एक बहादुर महिला बता रहे हैं। बता दें कि चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी और चीन सरकार के सीनियर पोजिशन कोई ताकतवर महिला नहीं है। निर्मला सीतारमण के इस कदम से चीन में एक अच्छा सकारात्मक संदेश गया है। चीन के रक्षा विशेषज्ञों ने भी उनके इस गुडविल जेस्चर की तारीफ है। हालांकि चीन का विदेश मंत्रालय इसे ज्यादा तवज्जो नहीं देना चाहता है। रक्षा मंत्री 7 अक्टूबर को सिक्किम में नाथुला दर्रे के पास पहुंची थीं।
चीन के ब्लॉगर जोई जोई ने लिखा, ‘बॉर्डर पर ऐसा सुंदर और शांतिपूर्ण माहौल देखकर मैं खुश हूं।’ चीनी माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट वीबो पर टू यूईयूई ने लिखा, ‘भारत की महिला रक्षा मंत्री ने सीधे-सीधे बॉर्डर की समस्याओं की जाना, क्या बात है, बहादुर महिला।’ चाइनीज एसोसियेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज से जुड़े विदेश मामलों के जानकर चिन फेंग ने भारत के इस कदम की तारीफ की और कम्यूनिस्ट पार्टी के अखबार ग्लोबल टाइम्स को कहा, ‘इससे अच्छा संदेश गया, इस कदम से संबंधों को पटरी पर लाने में मदद मिलेगी। ‘ एक दूसरे एक्सपर्ट हू शीसेंग ने कहा, ‘हालांकि दोनों देश के नेता सहयोग बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं, दोनों देशों का फोकस और उनकी प्राथमिकता टकराव और संघर्ष को टालने की है।’
लेकिन चीन के विदेश मंत्रालय को भारत की रक्षा मंत्री की ये वाहवाही पसंद नहीं आ रही है। चीनी विदेश मंत्रालय इस घटना को अहमियत नहीं देना चाहता है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ‘भारत-चीन बॉर्डर का सिक्किम हिस्सा ऐतिहासिक करार द्वारा रेखांकित किया गया है, हम उम्मीद करते हैं कि भारत इन ऐतिहासिक करारों और संधियों का पालन करेगा और बॉर्डर पर शांति बढ़ाने के लिए चीन के साथ मिलकर काम करेगा।’ ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख में लिखा कि भारत की रक्षा मंत्री का बॉर्डर दौरा आक्रामक रुख है, लेकिन भारत के रक्षा मंत्री ने चीनी सैनिकों के साथ दोस्ताना बातचीत के जरिये माहौल को हल्का कर दिया है।’