नेपाल से गायब हुए पाकिस्तान के रिटॉयर्ड कर्नल मोहम्मद हबीब के परिवार वालों ने कहा है कि उनका किडनैप हुआ है और इसमें दुश्मन देश की जासूसी एजेंसियों का हाथ है। पाकिस्तान में भारत की जासूसी एजेंसियों को अक्सर दुश्मन देश की जासूसी एजेंसियां कहकर पुकारा जाता है। पाकिस्तान सेना का पूर्व अधिकारी कर्नल मोहम्मद हबीब नेपाल में कथित रुप से एक नौकरी के लिए इंटरव्यू देने के लिए आया था। लेकिन नेपाल का लुम्बिनी शहर पहुंचकर रिटा. कर्नल मोहम्मद गायब हो गया है। मोहम्मद हबीब के परिवार वालों ने इस बावत रावलपिंडी के रावत पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज करावाया है। मोहम्मद हबीब के बेटे साद हबीब ने कहा,’ मुझे शक है कि मेरे अब्बा को अगवा कर लिया गया है और इसके लिए दुश्मन की जासूसी एजेंसियां जिम्मेदार हो सकती है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक साद ने बताया कि उसके पिता को जावेद अंसारी नाम का एक शख्स नेपाल में मिला जो उसे लेकिन लुम्बिनी गया था। लुम्बिनी भारत नेपाल सीमा के नजदीक स्थित नेपाल का एक शहर है।
खबरों के मुताबिक हबीब पाकिस्तानी सेना से अक्टूबर 2014 में रिटायर्ड हुआ था और पाक आर्मी के तोप विभाग में काम करता था। आर्मी से रिटायर होने के बाद मोहम्मद हबीब एक निजी फर्म में काम कर रहा था। हबीब ने नेपाल में नौकरी के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया था। इसके बाद मार्क थॉम्पसन नाम के शख्स ने हबीब से टेलिफोन और ईमेल के जरिये संपर्क किया था और उसे इंटरव्यू देने आने के लिए हवाई टिकट भी मुहैया कराया था। हबीब ने अपने घरवालों को अपने आखिरी संदेश में बताया था वो अपना ठिकाना पहुंच चुका है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद नफीस जकारी ने नेपाली अधिकारियों से हबीब की गुमशुदगी के सिलसिले में जांच करने को कहा है।
शुरुआती जांच में पता चला है कि कम्प्यूटर से ब्रिटेन का एक नंबर जेनेरेट किया गया था, जबकि जिस ई मेल और वेबसाइट से उसे मैसेज भेजा गया था वो भारत में रजिस्टर्ड है। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने शक जताया है कि किसी दुश्मन देश की एजेंसी ने मोहम्मद हबीब को फंसाने के लिए ये जाल रचा था।