नेपाल पुलिस ने सोमवार को काठमांडो में एक हिंदू समर्थक पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया जिसमें एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. वे पार्टी के संविधान से ‘हिंदू राष्ट्र एवं राजशाही’ का खंड हटाने के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.
प्रधानमंत्री प्रचंड के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) ने शुक्रवार को चुनाव आयोग द्वारा लिए गए फैसले के खिलाफ आज उसके कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. चुनाव आयोग ने कहा कि खंड गणतांत्रिक व्यवस्था एवं धर्मनिरपेक्षता के संवैधानिक प्रावधानों के उलट है. हिंदू समर्थक पार्टी ने फैसले को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि वह इसे अदालत में चुनौती देगी.
आरपीपी के प्रमुख और नेपाल के उप प्रधानमंत्री कमल थापा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प शुरू हो गई. अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया जिसमें पार्टी के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता घायल हो गए. इसमें कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. पार्टी सूत्रों ने कहा कि घायलों में आरपीपी के पूर्व प्रमुख एवं वरिष्ठ नेता पशुपति शमशेर राणा और कुछ दूसरे सांसद शामिल हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं ने देश के दूसरे हिस्सों में भी जिला चुनाव कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किए.