चैपियंस ट्रॉफी-2017 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 8 विकेट से मात देकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की इस जीत का जश्न उत्तरी कश्मीर में भी मनाया गया। यही नहीं पाकिस्तान की क्रिकेट टीम की जीत पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक ने पाकिस्तान को बधाई दी। इस पर गुरुवार को देश के गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने आपत्ति जताई है और कहा ही इस पर सही समय पर विचार किया जाएगा। पाकिस्तान की जीत पर हुर्रियत नेता ने ट्वीट करते हुए लिखा- “जैसा ही हमने तरावीह खत्म की, हमें पटाखों फोड़े जाने का शोर सुनाई दिया। पाकिस्तान ने बेहतरीन खेला, पाकिस्तान को फाइनल के लिए बधाई!”
हुर्रियत नेता की ओर से पाकिस्तान को बधाई दिए जाने पर गृह राज्य मंत्री ने कहा कि देश के साथ बगावत करने वाली भाषा है। इस लिए उचित समय पर इसका उचित विचार किया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में बीजेपी की सहयोगी का पार्टी पीडीपी के एक नेता वीआर पारा ने कहा, “क्रिकेट एक राजनीतिक तटस्थ संस्था है, इसे केवल खेल के चश्मे से देखा जाना चाहिए।” मीरवाइज उमर फारुक के इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने भी उन पर निशाना साधा। वंदना रुहेला नाम की एक यूजर ने लिखा- “सही बात है अपना घर फिर अपना ही होता है चाहे फिर वह नर्क ही हो।”
बता दें कि कश्मीर घाटी में लंबे समय से हिंसा और विरोध जारी है। इस हिंसा के पीछे अलगाववादियों का हाथ होने की बात सामने आई थी। एक टीवी चैनल ने प्राप्त दस्तवेजों का हवाला देते हुए कहा था कि घाटी के युवाओं को भड़काने और हिंसा के लिए प्रेरित करने का काम करने वाले अलगाववादियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों आईएसआई (ISI) द्वारा फंड भेजा रहा है। बताया गया कि पाकिस्तान न सिर्फ क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है बल्कि भारत में ‘आजादी आंदोलन’ को प्रारम्भ करने के लिए अलगाववादियों को फंडिंग कर रहा है। अलगाववादी नेताओं को हिंसा भड़काने के लिए हवाला के जरिए पैसे भेजे जाते हैं। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने हवाला कारोबार से जुड़े लोगों और हुर्रियत नेताओं के घरों और ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई थी, उनमें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी भी शामिल थे।