नोटबंदी को अब वर्ल्ड बैंक का समर्थन मिला है. बैंक की सीईओ क्रिस्टालिना जियोर्जिवा ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर इस फैसले का गहरा और सकारात्मक असर होगा.
‘लंबे वक्त में सही फैसला’
सीईओ जियोर्जिवा ने माना कि नोटबंदी की वजह से कैश इकोनॉमी पर निर्भर लोगों की किल्लत झेलनी पड़ी है. लेकिन उनकी राय में लंबे वक्त में इससे साफ-सुथरी और डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी.
दूसरे देश भी लेंगे सीख
जियोर्जिवा के मुताबिक, ‘भारत ने जो किया है, उसका अध्ययन दूसरे देश भी करेंगे. इतने बड़े देश में आज तक कभी ऐसा फैसला नहीं लिया गया.’ उन्होंने भारत में नोटबंदी की तुलना यूरोपियन यूनियन की उस मुहिम से की जिसके तहत बड़े करेंसी नोटों को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जा रहा है.
भारतीय अर्थव्यवस्था से उम्मीद
क्रिस्टालिना ने भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की इकोनॉमी का चमकता उदाहरण बताया. उनका कहना था कि जीएसटी बिल जैसे आर्थिक सुधारों की बदौलत भारत इस साल करीब 7 फीसदी की दर से तरक्की करेगा. क्रिस्टालिना 2 दिनों के भारत के दौरे पर थीं. इस दौरान उन्होंने मुंबई की लोकल ट्रेन में सफर किया और धारावी बस्ती का भी दौरा किया था.