पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने जासूसी के मामले में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाए जाने का आज यह कहते हुए विरोध किया कि यह मुद्दा विवादास्पद है और उनकी पार्टी सैद्धांतिक तौर पर मृत्युदंड के विरूद्ध है। बिलावल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव का यह मुद्दा विवादास्पद है। उसे यहां होना नहीं चाहिए था। यह याद करते हुए कि उनके नाना जुल्फीकार अली भुट्टो को भी मृत्युदंड दिया गया था, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सैद्धांतिक रूप से मृत्युदंड के विरूद्ध है।
पीपीपी पंजाब के अध्यक्ष और पूर्व संघीय सूचना मंत्री कमर जमा कैरा ने कहा कि जाधव के मृत्युदंड पर भारत की प्रतिक्रिया स्वभाविक है।
उन्होंने कहा, ‘‘वाकई, नवाज शरीफ सरकार जाधव पर आरोपपत्र के बारे में दुनिया को बताने में विफल रही है। यदि भारत ने ऐसे किसी पाकिस्तानी जासूस को पकड़ा होता तो उसने दुनिया में ढेर सारा प्रचार किया होता। पाकिस्तान के पूर्व अटार्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने कहा कि जाधव अपनी सजा के खिलाफ सेना प्रमुख एवं उच्चतम न्यायालय के सामने समीक्षा अपील दायर कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘अपनी याचिका खारिज होने की स्थिति में, वह राष्ट्रपति के सामने दया याचिका दायर कर सकता है।’
वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन इसे एक कमजोरी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। ‘जियो टीवी’ ने प्रधानमंत्री शरीफ के बयान के हवाले से कहा, “संघर्ष के बजाय सहयोग और संदेह के बजाय साझा समृद्धि हमारी नीति की पहचान है। शरीफ रिसालपुर में असगर खान पाकिस्तान वायु सेना अकादमी में कैडेट को संबोधित कर रहे थे। शरीफ ने कहा कि पड़ोसी देशों से दोस्ताना संबंध बनाए रखना पाकिस्तान की नीति है लेकिन इस कमजोरी समझने की गलती नहीं करना चाहिए। शरीफ ने कहा कि अगर हमारे ऊपर किसी भी प्रकार का खतरा आता है, तो हमारी सेना हर खतरे से लड़ने के लिए तैयार है। आपको बता दें कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाने के बाद नवाज शरीफ का यह बौखलाने वाला बयान सामने आया है। य ये बाते नवाज शरीफ ने पाकिस्तानी एयरफोर्स के एक कार्यक्रम के दौरान बयां की।
उन्होंने कहा, हम अपनी संप्रभुता का बचाव और अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करने से अनजान नहीं रह सकते। हालांकि नवाज शरीफ के बयान आने सेे पहले भारत की विदेेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी चेतावनी दी है कि यदि जाधव को फांसी दी गई तो द्विपक्षीय संबंधों पर इसका असर पड़ेगा, जिसकेे परिणाम गंभीर होंगे।