लंदन में 24 मंजिला आवासीय मकान में आग लगने के बाद एक महिला ने घबराकर अपने बच्चे को आग से बचाने के इरादे से नौवीं या दसवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया, जिसे नीचे खड़े एक व्यक्ति ने लपक लिया। लेटीमोर रोड पर लंकास्टर वेस्ट इस्टेट के ग्रेनफेन टावर में स्थानीय समयानुसार एक बजकर 16 मिनट पर आग लग गई। जब आग लगी उस वक्त टावर के 120 फ्लैटों के भीतर करीब 600 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई गई।
‘द टेलीग्राफे’ ने एक चश्मदीद समीरा लमरानी के हवाले से कहा है कि उन्होंने देखा कि अपने बच्चे को बचाने के लिए एक महिला ने नौवीं या दसवीं मंजिल से नीचे जमा लोगों की भीड़ की ओर उसे फेंका। उन्होंने कहा कि लोग चीखते चिल्लाते हुए खिड़की की ओर जमा हो रहे थे। खिड़की पूरी तरह खुली हुई थी और एक महिला बच्चे को फेंकने का इशारे से ऐसा कह रही थी कि क्या उसके बच्चे को कोई पकड़ सकता है।
उन्होंने कहा, एक व्यक्ति आगे की ओर भागा और उसने बच्चे को लपक लिया। लमरानी ने बताया , मेरी बेटी के एक दोस्त ने कहा उसने एक व्यक्ति को कपड़े आदि के सहारे खिड़की से नीचे आते देखा। एक अन्य निवासी जारा ने बताया कि एक महिला को आग से अपने पांच साल के बच्चे को बचाने के लिए पांचवी या छठी मंजिल से नीचे की ओर फेंका।
अब तक मिली जानकारी में बताया जा रहा है कि कमसे कम 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 74 अन्य घायल हो गये। बता दें कि ब्रिटेन में पिछले करीब तीन दशक में यह सबसे भीषण अग्निकांड है। बीबीसी की खबर के मुताबिक, इमारत अब भी आग के घेरे में है। इसके कभी भी ढह जाने की आशंका है। करीब 200 दमकलकर्मी अब भी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। करीब 200 दमकलकर्मी, 40 दमकल वाहन और एंबुलेंस के 20 लोग मौके पर हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा ने बताया कि कुल 74 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा जबकि 20 लोगों की हालत नाजुक है। दमकलकर्मियों ने बड़ी संख्या में लोगों को बचाया है लेकिन लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा कि कई सारे लोगों के बारे में पता नहीं चल पाया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग की लपटों में घिरी इमारत के अंदर फंसे कई लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगा रहे थे। कुछ लोगों को चादर का इस्तेमाल कर इमारत से बच कर निकलने की कोशिश करते देखा गया।
लंदन दमकल सेवा प्रमुख डैनी कॉटन ने संवाददाताओं को बताया, ”यह एक अभूतपूर्व घटना है। मेरे 29 साल के करियर में कभी भी मैंने इतने बड़े पैमाने पर आग लगने की घटना नहीं देखी।”
समझा जाता है कि आग आधी रात के ठीक बाद तीसरी और चौथी मंजिल पर एक खराब रेफ्रीजरेटर के कारण लगी और यह फैलती चली गई। हालांकि, महानगर पुलिस ने कहा है कि आग लगने की वजह की पुष्टि करने से पहले उसे कुछ वक्त चाहिए। गौरतलब है कि ग्रेनफेल टावर इलाके के आसपास काफी संख्या में मुसलमान रहते हैं। कई लोग आग लगने के वक्त जगे हुए थे। वे रमजान के दौरान बहुत सवेरे खाई जाने वाली सहरी की तैयारी कर रहे थे।