इंसान की मृत्यु के बाद अगर उसके शरीर को जल्द ही जलाया या दफनाया नही जाता तो वो पूरी तरह से खराब होने लगता है, लेकिन आपको जान कर हैरानी होगी की विश्वभर में कुछ एेसी डेड बॉडी हैं जो अब तक सुरक्षित रखी गई हैं। आइये जानते हैं कुछ एेसे हीं मृत शरीर के बारे में।
हान राजवंश की लेडी जिन सूई की बॉडी को दुनिया की सबसे सुरक्षित ममी माना जाता है। लेडी जिन सूई एक राजनीतिज्ञ की पत्नी थीं। उनकी मौत 163 ईसा पूर्व हुई थी। जब लेडी जिन सूई के मकबरे को 2000 साल बाद 1972 में खोदा गया तो बॉडी बिल्कुल सुरक्षित मिली और इतना ही नहीं नसों में खून अवशेष भी मिले जिसकी वजह से साइंटिस्ट्स ने अनुमान लगाया कि उनकी मौत हार्ट की बीमारी से हुई होगी।
इटली की कैथोलिक संत बैसिलिका डि सैन फ्रेडिआनो में सेंट जीटा की बॉडी भी किसी आश्चर्य से कम नहीं है। वे जरूरतमंदों की देखभाल करती थीं। कई लोगों ने इस बात का दावा किया कि 1272 में जब सेंट जीटा की मौत हुई थी तो उनके घर के ऊपर एक तारा (स्टार) दिखाई दिया था। उनकी बॉडी को 1580 में खोदकर निकाला गया तो यह बिल्कुल सही हालत में थी।
1846 जॉन टोरिंगटन नॉर्थवेस्ट पैसेज की मौत 22 साल की उम्र में एक रिसर्च के दौरान हो गई थी, वो एक अंग्रेज ऑफिसर थीं। मौत के बाद उनकी इस बॉडी को कनाडा में आर्कटिक के बैरन टुंड्रा में दफना दिया गया था। 1984 में टोरिंगटन की कब्र को शिफ्ट करने के लिए खोदा गया तो सभी लोग हैरान रह गए। टोरिंगटन की डेड बॉडी तक ज्यों की त्यों रखी हुई थी।
दक्षिणी अमेरिका में एंडीज पर्वत की एक ऊंची जगह पर एक 500 साल पुरानी डेड बॉडी मिली थी। बताया जाता है कि यहां एक महिला की बलि दी गई थी। मानना है की बॉडी बर्फ में जमे रहने की वजह से एकदम सही-सलामत थी।
सिसली की राजधानी पालेर्मो में दो साल की बच्ची रोसालिआ लोम्बार्डो की डेड बॉडी रखी हुई है। लोम्बार्डो की मौत 1920 में हुई थी। लोम्बार्डो के पिता ने एक्सपर्ट्स की मदद से अपनी बेटी के शरीर को सुरक्षित रखने का फैसला किया फिर एक्सपर्ट ने बच्ची के शरीर को सुरक्षित रखने के लिए अल्कोहल, सैलीसाइलिक एसिड और ग्लिसरीन के मिश्रण से ऐसा केमिकल तैयार किया, जिसकी वजह से यह बॉडी आज भी बिल्कुल सही-सलामत है।