भारत ने गुरुवार सुबह अग्नि-5 का परीक्षण किया। यह परीक्षण मिसाइल के अतिंम परिचालन के तहत किया गया। जल्द ही इसे देश के स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड (एसएफसी) में शामिल किया जाएगा। यह इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) है और परमाणु क्षमता से लैस है। मिसाइल की रेंज तकरीबन पांच हजार किलोमीटर बताई जा रही है। ओडिशा से कुछ दूरी पर स्थित अब्दुल कलाम द्वीप से इसे लॉन्च किया गया था। खास बात है कि यह मिसाइल चीन के उत्तरी हिस्से तक पहुंचने की क्षमता रखती है। अग्नि-5 मिसाइल इससे पहले पिछले साल 26 दिसंबर को लॉन्च की गई थी। आपको बता दें कि देश के पास फिलहाल अग्नि-1, 2 और 3 हैं। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के खिलाफ बनाई गई रणनीति के तहत इन्हें बनाया गया था। वहीं, अग्नि 4 और 5 चीन से लोहा लेने के लिए तैयार की गई हैं। देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मिसाइल के सफल परीक्षण की पुष्टि की। खबर के अनुसार, उन्होंने कहा, “हमने परमाणु क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइल का आज (18 जनवरी) को सफल परीक्षण कर लिया है।”
अग्नि-5 मिसाइल हथियार ले जाने में भी सक्षम होगी। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलेपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) ने इस सीरीज की मिसाइलें तैयार की हैं, जिसमें अग्नि-5 सबसे आधुनिक मिसाइल है। यह मिसाइल 17 मीटर ऊंची है, जिसका व्यास 2 मीटर है। मिसाइल का वजन 50 टन है और यह डेढ़ टन तक परमाणु हथियार लाने-ले जाने की क्षमता रखती है।
अग्नि-5 की जद में पाकिस्तान और चीन दोनों हैं। अग्नि मिसाइल श्रृंखला में अग्नि-एक की रेंज 700 किलोमीटर, अग्नि-दो की रेंज 2000 किलोमीटर और अग्नि तीन और अग्नि-चार मिसाइल की रेंज 2500-3500 से अधिक है। अग्नि-5 इस श्रृंखला की सबसे आधुनिक मिसाइल है। इसमें नेविगेशन, गाइडेंस, वारहेड और इंजन से जुड़ी नई तकनीकों को शामिल किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अग्नि-6 का निर्माण अभी आरंभिक चरण में है। अग्नि-6 पनडुब्बी से भी मार करने में सक्षम होगी। माना जा रहा है कि अग्नि-6 8000-10,000 किमी तक मार कर सकेगी।