चांद पर पहला 4जी सेल फोन नेटवर्क 2019 में शुरू होगा। मल्टीनेशनल टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन यह नेटवर्क तैयार कर रही है। इसके जरिये चांद की सतह से धरती पर लाइव वीडियो भेजा जाएगा। साथ ही मून मिशन पर जाने वाले अपने स्मार्टफोन से बातें भी कर सकेंगे।
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, जर्मनी स्थित वोडाफोन की शाखा नोकिया के साथ मिलकर इस योजना पर काम कर रही है। वोडाफोन ने बताया कि नेटवर्क पीटीसाइंटिस्ट्स के चंद्र अभियान में सहायता के लिए है। जर्मनी के बर्लिन स्थित पीटीसाइंटिस्ट्स कंपनी की स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिये लैंडर और दो छोटे रोवर चांद पर भेजने की योजना है। उसका कहना है कि उसके वैज्ञानिक अंतरिक्ष की खोज में होने वाले खर्च को कम करने और चांद तक सभी की पहुंच बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
कंपनी की मून रोवर योजना का मकसद दिसंबर 1972 में अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों के चांद पर उतरने के दौरान इस्तेमाल किए गए लूनर रोवर का अध्ययन करना है। इसके लिए नोकिया अल्ट्रा कॉम्पैक्ट नेटवर्क तैयार करेगी जो अब तक का सबसे हल्का होगा। इसका वजन एक किलो चीनी के बैग के बराबर होगा। इस नेटवर्क के जरिये पीटीसाइंटिस्ट्स का लैंडर चांद की सतह से धरती पर लोगों के लिए लाइव वीडियो प्रसारित करेगा।
पीटीसाइंटिस्ट्स के संस्थापक और सीईओ ने रॉबर्ट बोहमी ने कहा कि इस नेटवर्क की खास बात यह कि इसमें ऊर्जा की काफी बचत होगी। चंद्र अभियान में पहले इस्तेमाल होने वाले एनालॉग रेडियो जैसी सूचना तकनीक में डाटा भेजने में काफी ऊर्जा की खपत होती है और रोवर को एक ही स्थान पर स्थिर रहना होता है।