Internet in India is sluggish than Pakistan
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पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे देश भी इंटरनेट स्पीड के मामले में इंडिया से आगे हैं। इंडिया में 4G LTE की एवरेज स्पीड 6.1Mbps है, जबकि वर्ल्ड लेवल पर मोबाइल डाटा स्पीड का एवरेज 17Mbps है। अमेरिका की इंटरनेट स्पीड टेस्टर कंपनी ऊकला (Ookla) ने अपने सर्वे में दुनिया के 124 देशों की रैंकिंग लिस्ट तैयार की है। इस सूची में भारत को 109वां स्थान मिला है। ऊकला ने ये आंकड़े दुनिया भर में मौजूद 2G, 3G और 4G तकनीक पर टेस्ट कर निकाले हैं। भारत में इंटरनेट डाउनलोडिंग की एवरेज स्पीड 9.12Mbps है, जो वैश्विक औसत (23.54Mbps) से कहीं ज्यादा नीचे है। कई बार फोन की सेटिंग सही नहीं होने के कारण भी 4G की स्पीड कम हो जाती है। आज हम बता रहे हैं सेटिंग में कौन से बदलाव करके आप स्पीड को बढ़ा सकते हैं।
यूके की इंटरनेट स्पीड टेस्टर कंपनी ओपनसिग्नल के टेस्ट के मुताबिक…
श्रीलंका में इंटरनेट की स्पीड (13.95Mbps), पाकिस्तान (13.56Mbps) और म्यांमार में (15.56Mbps) है। वहीं अमेरिका में (16.31Mbps), यूके में (23.11Mbps), और जापान में (25.39Mbps) की स्पीड है।
कौन सी सेटिंग को चेंज करने से बढ़ सकती है फोन की 4G स्पीड
स्टेप 1
फोन सेटिंग में जाकर Celluler Network में जाएं। जिस सिम से 4G डाटा यूज कर रहे हैं, उसे सिलेक्ट करें। अब Acess Point Names पर टैप करें।
स्टेप 2
जिस सिम से डाटा यूज कर रहे हैं, उसका नाम दिखाई देगा उस पर टैप करें। सेटिंग की एक लिस्ट ओपन होगी। इसमें Server पर टैप करें। इस पर कुछ नहीं लिखा होगा। यहां पर www.google.com लिखकर ओके कर दें।
स्टेप 3
अब नीचे स्क्रॉल कर Authentication type पर टैप करें। यहां आपको None दिखाई देगा। इसको PAP कर दें।
स्टेप 4
नीचे आने पर आपको APN type का ऑप्शन मिलेगा उसे Default कर दें। इन सब सेटिंग को on करने के बाद बैक नहीं जाना है। ऊपर दिखाई दे रही तीन डॉट पर टैप करें। कुछ मोबाइल में ये नीचे की तरफ दिखाई देता है।
स्टेप 5
Save का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर टैप कर दें। सेटिंग सेव हो जाएगी। अब आपके फोन की स्पीड पहले से बढ़ जाएगी।
पाकिस्तान, श्रीलंका जैसे देशों में जो टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जा रही है वही टेक्नोलॉजी इंडिया में भी अवेलेबल है लेकिन इंडिया में स्पीड कम होने के पीछे एक बड़ा कारण पॉपुलेशन ज्यादा होना है। इंडिया में मोबाइल टॉवर 850 से 2300 मेगाहर्टज तक के हैं। जितना कम मेगाहर्टज का टॉवर होता है, उसकी फ्रीक्वेंसी उतनी ही ज्यादा होती है। फ्रीक्वेंसी ज्यादा होने से यूजर्स को स्पीड अच्छी मिलती है लेकिन यूजर्स की संख्या ज्यादा होने पर स्पीड कम हो जाती है। इंडिया में 50 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं, जबकि इस अनुपात में मोबाइल टॉवर नहीं हैं। इसी कारण इंडिया में इंटरनेट की स्पीड दूसरे देशों की बजाए कम है।
लोकेशन पर भी डिपेंड करती है स्पीड
इंटरनेट की स्पीड लोकेशन पर भी डिपेंड करती है। जिस एरिया में आप हैं, वहां यूजर कम हैं तो फ्रिक्वेंसी ज्यादा आएगी जिससे स्पीड तेज मिलेगी। वहीं सुबह, दोपहर, शाम और रात के में भी अलग-अलग स्पीड मिलती है। जब अधिक संख्या में यूजर इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं तो स्पीड कम हो जाती है। इसी तरह जिस वेबसाइट पर ट्रैफिक ज्यादा होता है, वहां भी स्पीड कम हो जाती है। इसका बेस्ट एग्जाम IRCTC है। IRCTC पर अक्सर इंटरनेट स्लो चलता है, ऐसा नेटवर्क के कारण नहीं होता बल्कि ज्यादा ट्रैफिक होने के कारण होता है। एक ही समय में IRCTC पर हजारों यूजर्स होते हैं, इस कारण स्पीड कम हो जाती है। इसके अलावा आपके स्मार्टफोन की रैम कितनी है, वह भी स्पीड को प्रभावित करती है। बहुत से ऐप स्मार्टफोन में चल रहे होते हैं, इनसे भी स्पीड कम होती है।
इंडिया में कौनसी टेक्नोलॉजी यूज हो रही
इंडिया में अभी 4G (लॉन्ग टर्म ईवॉल्यूशन) टेक्नोलॉजी यूज हो रही है। अधिकतर कपंनियां अपने नेटवर्क को 4G पर शिफ्ट कर चुकी हैं। जियो के आने के बाद से बड़ी संख्या में स्मार्टफोन यूजर्स बढ़ रहे हैं, इससे भी इंटरनेट की स्पीड बरकरार रखना चुनौती हो गया है। कई बार इंटरनेट स्पीड कम होने का एक कारण फोन की सेेटिंग में गड़बड़ी होना भी होता है। ऐसे में आप सेटिंग को सही करके अपने स्मार्टफोन की स्पीड बढ़ा सकते हैं।