उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीजिंग दौरे की बात को पर्दे में रखने के बाद बुधवार को चीन ने घोषणा की कि किम जोंग बीजिंग में ही हैं और उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात भी की। चीन में एक विशेष उत्तर कोरियाई ट्रेन के आगमन और बीजिंग में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी किए जाने के कारण मीडिया में कयास लगाए जा रहे थे कि किम बीजिंग में हैं, लेकिन चीन या उत्तर कोरिया दोनों में से किसी ने भी पहले इसका खुलासा नहीं किया। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार सुबह इसका खुलासा किया। सिन्हुआ ने रविवार से लेकर मंगलवार तक किम के बीजिंग दौरे को ‘अनाधिकारिक’ बताते हुए कहा कि उत्तर कोरियाई नेता और शी के बीच कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु संकट से जुड़े मुद्दे पर चर्चा हुई।
किम ने शी को बताया कि कोरियाई प्रायद्वीप पर स्थिति में सुधार हो रहा है। किम ने कहा कि प्योंगयांग ने तनाव दूर करने के लिए पहल की और दक्षिण कोरिया और अमेरिका से बात करने का फैसला लिया। किम उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षणों को लेकर अगले महीने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन से और मई में ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं। चीन उत्तर कोरिया का एकमात्र समर्थक है और दोनों के बीच यह दोस्ती कोरियाई युद्ध के समय से है जब बीजिंग ने प्योंगयांग का साथ दिया था।
किम ने शी से कहा, “हम दिवंगत राष्ट्रपति किम द्वितीय संग और दिवंगत जनरल सेकेट्ररी किम जोंग द्वितीय की इच्छा के अनुरूप कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं।” किम ने कहा कि प्योंगयांग अमेरिका के साथ बातचीत के लिए और दोनों देशों के बीच बैठक आयोजित करने के लिए तैयार है। किम ने कहा, “अगर दक्षिण कोरिया और अमेरिका हमारे प्रयासों का सकारात्मक जवाब देते हैं तो कोरियाई प्रायद्वीप पर परमाणु निरस्त्रीकरण का मुद्दा सुलझ सकता है।” शीन ने कहा कि इस साल कोरियाई प्रायद्वीप पर सकारात्मक बदलाव हुए हैं और चीन उत्तर कोरिया के प्रयासों की सराहना करता है।