Rahul Gandhi did not give money to Modi, China 100% and Modi government does not give 1%
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दो दिनो के लिए जर्मनी दौरे पर है। दरअसल जब पहले दिन राहुल गांधी ने नोटबंदी व मॉब लिन्चिंग को बेरोजगारी से जोड़कर मोदी सरकार पर सिकंजा कसा तो वह विपक्षी दलों की कड़ी आलोचनाओं के शिकार हो गए। आपको बता दे कि दौरे के दूसरे दिन भी राहुल गांधी ने रोजगार के मामले में राहुल गांधी ने मोदी पर वार करते हुए कहा कि रोजगार के मुद्दें में भारत सरकार चीन के आसपास नही है।
वहीं इसके पहले भी राहुल गांधी ने चीन की अर्थव्यवस्था में नई नौकरी पैदा करने की क्षमता को लेकर बोला था। दरअसल इस बार राहुल गांधी ने मोदी पर वार करते हुए कहा कि मोदी चीन का मुकाबला करने के बजाय देश को समुदाय व धर्म के नाम पर बांटने का काम कर रहें हैं। उनका आरोप है कि देश में नफरत फैलाने का काम आरएसएस व बीजेपी कर रही है। और वहीं कांग्रेस के लोग हैं सभी लोगों को एक साथ करने व देश को आगे बढ़ाने में विश्वास रखता है।
बहरहाल राहु गांधी ने दावा कर कहा है कि इस समय में भारत और चीन एशिया एसिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। और दोनो ही अर्थव्यवस्थाएं एक दूसरे का मुकाबला कर रहीं हैं। पर अगर देखा जाए तो इस समय में चीन सरकार के रोजगार आंकड़ों को भी अनदेखा नही किया जा सकता है। राहुल का कहना है कि चीन सरकार 50,000 नौकरियों का सृजन प्रतिदिन करती है। वहीं भारत में मोदी सरकार लगभग 450 नौकरिया प्रति घंटा ला पा रहें हैं। अगर राहुल गांधी के इन आंकड़ो को देखा जाए तो किसा भी अर्थव्यवस्था में नया रोजगार पैदा करने की क्षमता ही उसकी ताकत को दिखाती है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने जर्मनी में प्रवासी भारतीयों की एक सभा को संबोधित करते हुए भाषण शुरु करने से पहले ही बताया कि सभा में कुछ गैर कांग्रेसी लोग भी सम्मिलित हैं। सभा में उपस्थित बड़ी तादात में सिख समुदाय को जर्मनी में भारत का नाम रोशन करने की बधाई देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी गुरुनानक की सोच पर चलती है। और जिस तरह सिख समुदाय दुनियाभर में लंगर की व्यवस्था करता है, ठीक उसी प्रकार कांग्रेस भी सबके लिए काम करती है।