आज हमारे देश के अलावा पूरी दुनिया में प्रदूषण का राक्षश हावी होता जा रहा है। इसी क्रम पूरी दुनिया में इस राक्षश से लड़ने के लिए नए नए हथियार बनाये जा रहे है
दान रूजगार्ड द्वारा डिज़ाइन किया गया एक सात मीटर लंबा टावर smog मुक्त हवा के बुलबुले को मुक्त करने, गंदे हवा को फ़िल्टर करता है।
ऐसे ही न जाने कितने देश इस आने वाली आपदा से लड़ने के लिए अभी से कमर कस रहे है।
अभी हाल में ही दिल्ली सरकार ने इस क्रम में एक प्रयोग किया है। पर्यावरण मंत्री श्री इमरान हुसैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने प्रायोगिक आधार पर इंद्रप्रस्थ मार्ग फ्लाईओवर, आईटीओ में एंटी-प्रदूषण टावर्स का परीक्षण शुरू कर दिया है, ताकि हवा में निलंबित कण पदार्थ कणिक पदार्थों की कमी जैसे कि PM 2.5, PM 10 और अन्य में इसकी प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया जा सके। एंटी-प्रदूषण टावर्स परिवेश से कण पदार्थ को अवशोषित करते हैं और वातावरण में ताजा हवा को वापस लाते हैं।
मंत्री ने आगे बताया कि इन एंटी वायु प्रदूषण टावरों के प्रदर्शन पर नज़र रखी जाएगी और प्राप्त परिणाम विरोधी प्रदूषण टावर्स की प्रभावकारिता और उपयोगिता की जांच के लिए मूल्यांकन किया जाएगा। इन परिणामों के आधार पर, सरकार विशेष रूप से व्यस्त यातायात चौराहों पर वायु प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली के अन्य प्रमुख स्थानों पर एंटी-प्रदूषण टावर्स स्थापित करने के लिए और आवश्यक कदम उठाएगी।
श्री हुसैन ने कहा कि सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार दिल्ली में वायु प्रदूषण के बेहतर नियंत्रण और प्रबंधन के लिए नई पहल और प्रस्तावों का स्वागत करती है ताकि निवासियों को ताजी हवा में सांस ले सकें।
- पाइलट को इस डिवाइस की प्रभावशीलता पर आयोजित किया जा रहा है ताकि धूल के कणों को नियंत्रित किया जा सके।
ये टावर कण पदार्थों को अवशोषित करते हैं और वातावरण में ताजा हवा वापस आते हैं।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के तरीकों और तरीकों को खोजने के लिए प्रौद्योगिकी एकमात्र तरीका है।