Friday, May 2, 2025
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दुनिया का सबसे गहरा गड्ढा जो कहलाती है – Door to Hell

SI News Today

The deepest pit in the world that is called – Door to Hell.

       

आज वैज्ञानिक अंतरिक्ष और दूसरे ग्रहों पर पहुँच चुके है लेकिन अपनी धरती और धरती के नीचे के कई हिस्सों को अभी तक पहुँच ही नहीं पाए। अगर धरती पर बने आज तक के सबसे गहरे गड्ढे की बात करे तो वो है- रूस का Kola Superdeep Borehole, जोकि करीब 12 किलोमीटर गहरा है। ये गड्ढा समुद्र के सबसे गहरे पॉइंट से भी ज्यादा गहरा है। दरअसल 1970 में सभी देश विज्ञान और अंतरिक्ष की खोजों में तेजी से आगे बढ़ रहे थे, वहीँ कुछ देश ऐसे थे जो धरती के नीचे के रहस्य जानने में जुटे हुए थे और वो एक दूसरे से आगे निकलना चाहते थे लेकिन रूस ने जब इस गड्ढे को ड्रिल किया तो वो बाकी सभी देशों से कहीं आगे निकल गया।

इस खुदाई के लिए Uralmash नामक भीमकाय ड्रिलिंग मशीन बनाई गई थी, जो किसी भी परिस्थिती में ड्रिल करने में सक्षम थी। जब खोजकर्ता इस गड्ढे में 7 किलोमीटर नीचे पहुंचे तो उन्हें पत्थरों में पानी मिला, ये अपने आप में एक हैरान कर देने वाली खोज है क्योकि किसी ने अंदाजा तक नहीं लगाया था कि धरती की इतनी गहराई में पानी और सूक्ष्मजीव भी मिलेगा। इतनी गहराई में किसी भी जीवन के लक्षण का होना नामुमकिन था।

लगातार 19 साल की खुदाई के बाद वैज्ञानिक 12.24 किमी गहराई (40,230 फीट) तक पहुंच चुके थे। ये इतनी गहराई है, जिसमें 240 फीट के 167 कुतुब मीनार समा जाएं। इस गड्ढे में बहुत सी कई अजूबी खोजें हुई, लेकिन अचानक ही इस गड्ढे को 1994 में बंद कर दिया गया और इसको बंद कर देने के कई कारण बताये गये। जिनमे से सबसे रोचक था “ Too Hot Temperature”. जब रूसी वैज्ञानिक 262 मीटर (40,230 फीट) की गहराई पर पहुंचे, तब मशीनों ने काम करना बंद कर दिया। उस वक्त जमीन का तापमान 180 डिग्री सेलसियस से भी ज्यादा मापा गया। इतना ही नहीं, तापमान तेजी से बढ़ने भी लगा था। इसे देख तत्काल काम रोक दिया गया। तब साइंटिस्ट्स ने इस होल का नाम Door to Hell (नर्क का दरवाजा) रख दिया। इसके बाद सोवियत संघ के विघटन के बाद इसकी खुदाई दोबारा शुरू नहीं की गई।

कई खोजकर्ताओं के अनुसार इस गड्ढे में से चीखती आवाजें भी आती थी और उनका ये भी मानना था कि वे आवाजें नरक में तड़पती आत्माओं की थी। हो सकता है कि आपमें से बहुत से स्वर्ग नर्क और आत्माओं में विश्वास ना रखते हो लेकिन इस गड्ढे में इतनी नीचे चीखती आवाजों का आना कोई तुक ही नहीं बनाता। ये जगह अब पूरी तरह से बंद है और यहाँ कोई भी विजिट तक नहीं कर सकता। साथ ही इस गड्ढे को बंद करने के साथ साथ इसे पूरी तरह से सील भी कर दिया गया था ताकि कोई दोबारा इस प्रोजेक्ट को शुरू ना कर सके।

जमीन में 12 किलोमीटर की खुदाई करना अपने आप में के किसी अजूबे से कम नहीं है पर आपको जानकर हैरानी होगी कि सतह से लेकर धरती के कोर तक जितनी गहराई है ये उसका 0.2% भी नहीं है। साइंटिसट के मुताबिक धरती का तल 6371 किलोमीटर नीचे है, जहां पहुंचने का सोचा भी नहीं जा सकता।

 

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