Tuesday, May 13, 2025
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क्यों मनाते है हम वर्ल्ड फोटोग्राफी डे

SI News Today

Why we celebrate World Photography Day?

      

फोटोग्राफी ऐसी विद्या है जिसमें कैमरा हाथों में आते ही धनोपार्जन का साधन ही बन जाता है. वही विश्व के तमाम फोटोग्राफर 19 अगस्त को श्री कोडक का जन्मदिन ‘विश्वफोटो ग्राफी दिवस के रूप में मनाते हैं. जिसकी शुरुआत फ्रांस में साल 1839, 9 जनवरी से शुरू हुई थी. उस वक्त डॉगोरोटाइप प्रक्रिया की घोषणा की गई थी. इस फोटोग्राफी प्रक्रिया का आविष्कार जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर ने किया था. 19 अगस्त 1839 को फ्रांस की सरकार ने इस आविष्कार की  घोषणा की. यह दुनिया की पहली फोटोग्राफी प्रक्रिया थी. इसी दिन की याद में वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाया जाता है.

वही सही मायने में इस दिन की शुरुआत 2010 में हुई थी. जब ऑस्ट्रेलिया के एक फोटोग्राफर ने अपने साथी फोटोग्राफरों के साथ मिलकर इस दिन इकट्ठा होने और दुनियाभर में इसका प्रचार प्रसार करने का फैसला किया था. वही इसी दिन उन्होंने 270 फोटोग्राफरों की तस्वीरों को पहली बार ऑनलाइन गैलरी के जरिए पेश किया.

फोटोग्राफी की पहल

1569 में इटली के डेलापोर्ट ने फोटोग्राफी की पहल की थी. दरअसल एक बार जब वे कमरे में बैठे थे तब उन्होंने सूरज की किरणों को बाहर लगे पेड़ से छन कर आते हुए देखा और उस तस्वीर को किसी तरह एक ऐसे माध्यम से कैद करने की सोची, जो बाद में भी देखने को मिले तब से उनकी खोज हमेशा जारी रही.

18वीं शताब्दी में गेबर नामक व्यक्ति ने यह पता लगाया कि सफेद लाइट में सिल्वर क्लोराइड में कुछ छण रखा जाए तो वह काला हो जाता है. इसके बाद सिल्वर क्लोराइड को लेकर खोज शुरू हो गई. 1776 में चार्ल्स विल्यम ने रंगीन किरणों में सिल्वर क्लोराइड से कई प्रयोग किए. 1780 में सिल्वर सॉल्ट के सल्यूशन की मदद से श्याम-श्वेत तस्वीर बनाई गई.

अब चित्रों को स्थायी कैसे बनाया जाए, इस पर खोज हुई.

सिल्वर सॉल्ट के सल्यूशन से निर्मित कागज पर स्थायी चित्र बनाने के लिए सर जॉन हारचल ने साल 1810 में सोडियम थाइयो सल्फेट नामक फिक्सिंग एजेंट की खोज की गई . 1824 में धातु व कांच की प्लेट पर फोटो को एक्सपोज किया गया. उन्होंने लेवेंडर के तेल में विटूमैन घोल कर कांच पर उनकी एक परत चढ़ाई इसे सूर्य की रोशनी में 8-10 घंटे रखा और लेंवेडर के तेल व तेजाब से अच्छी तरह धोकर नेगेटिव का खोज किया.

अब बारी थी निगेटिव धोने की तरकीब खोजने की

1826 में सर जोसेफ नाइस फोर्ड ने पहले श्वेत-श्याम फोटो ली. सर फाल्स टैलबॉट ने एक ऐसा कागज तैयार किया, जो नेगेटिव व पॉजिटिव बनाने में उपयोग किया जाता है. 1898 में सर हैनरीबैल गुडविल ने रोल फिल्म बनाई, जो 80-90 के दशक में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती रही. सबसे पहले रोल फिल्म का निर्माण कोडेक कंपनी ने शुरू किया था.

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