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महाभारत के ग्रंथो में लिखा है सेक्स का वर्णन

SI News Today

भारतीय सभ्यता में यौन सम्बन्ध हमेशा से ही अवर्जित है. इसे दुर्लभ दृष्टि से देखा जाता है. सैक्स हमेशा से हमारे देश में वर्जित माना गया है. हमेशा से कहा जाता है की सैक्स का सम्बन्ध हमारे धर्म से कोई मतलब नहीं रखता. यह हमें परमात्मा से दूर से करता है. यह पाप है लेकिन हैरत की बात तो यह है कि हमारे धार्मिक ग्रंथों में इसका खुल के विवरण किया गया है. हमारे महाकाव्यों और अन्य धार्मिक ग्रंथों में खुलेआम सैक्स प्रचार किया गया है.

आइए पढ़ें शोध के दौरान सैक्स को लेकर कुछ चौंकाने वाली बातें –

1. महाभारत में एक अध्याय पाराशर और सत्यवती में मत्स्यनगन्धा नाम के एक ऋषि ने खुलेआम सैक्स का वर्णन किया है.

2. दीर्घात्मा में यह बात का वर्णन है कि उथत के बेटे एक महिला के साथ यौन कृत्य में लिप्त था.

3. महाराजा रणजीत सिंह से जुड़ी कहानियों में भी कहा गया है कि उन्होंने खुले में सैक्स सत्र को उत्साहित किया है, जिसे किसी के द्वारा देखा जा सकता है.

4. पुराने समय में लोगों घटकांसुकी नाम का खेल खेला जाता था जिसके अनुसार चुने गए अभिजात वर्ग के पुरुषों और महिलाओं के दर्शकों के मनोरंजन के लिए यौन कृत्यों में शामिल होते थे.

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