प्रेग्नेंसी के दौरान शारीरिक संबंध बनाने को लेकर कई विशेषज्ञों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है। इससे होने वाले बच्चे या फिर मां को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि प्रेग्नेंसी की पहली और तिसरी तिमाही में संबंध बनाने से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं होता। दूसरी तिमाही में भी संबंध बनाया जा सकता है लेकिन इस दौरान ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इस बाबत विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर महिला को किसी तरह की स्त्री संबंधी बीमारी नहीं है तो संबंध बनाने से गर्भपात जैसी कोई समस्या बिल्कुल नहीं होती। प्रेग्नेंसी के बाद संबंध बनाने को लेकर भी डॉक्टर्स का कहना है कि डिलीवरी के बाद महिलाओं की कामेच्छा में कमी आती है। उनके प्रजनन अंगों में भी कमजोरी आ जाती है। ऐसे में कम से कम 6 हफ्तों तक संबंध बनाने से परहेज करना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते समय ध्यान देने वाली बातें –
1. अगर प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते वक्त किसी भी तरह की रहस्यमयी ब्लीडिंग यानी कि रक्त स्राव होता है तो सावधान हो जाएं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. अगर पार्टनर किसी यौन संचारित रोग से ग्रस्त है तो ऐसे में प्रेग्नेंसी में संबंध बनाने से बचना चाहिए।
3. प्रेग्नेंसी में अगर महिला को स्पॉटिंग की समस्या है तो ऐसे में संबंध ना ही बनाएं। ऐसे में गर्भपात का खतरा बना रहता है।
4. प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि महिला के पेट पर ज्यादा दबाव न पड़े। इससे महिला को दिक्कत हो सकती है और गर्भस्थ शिशु भी असहज महसूस कर सकता है।
5. प्रेग्नेंसी के दौरान संबंध बनाते वक्त ज्यादा तेजी नहीं बरतनी चाहिए। इससे महिला के गर्भाशय को नुकसान पहुंच सकता है जिससे गर्भस्थ शिशु को भी दिक्कत हो सकती है।
6. अगर प्रेग्नेंसी में महिला का गर्भाशय शिशु का भार वहन करने में दिक्कत महसूस कर रहा हो तो ऐसे में संबंध बनाते वक्त खास ध्यान रखना चाहिए। जरूरत पड़ने पर चिकित्सकीय परामर्श जरूर लेना चाहिए।