मशहूर इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने BCCI के प्रशासक पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस्तीफे की वजह निजी कारण बताए हैं। बीसीसीआई के प्रशासकों में से एक रामचंद्र गुहा ने उच्चतम न्यायालय को बताया कि उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। गुहा ने कहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय को सौंप दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने लोढा कमेटी की सिफारिशें ना मानने पर बीसीसीआई के चार प्रशासकों की एक समिति बनाई थी।
न्यायमूर्ति एमएम शांतनागौडर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की अवकाशकालीन पीठ को गुहा के अधिवक्ता ने बताया कि उन्होंने गत 28 मई को भारतीय क्रिकेट बोर्ड की प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। न्यायालय ने कहा कि इस मामले पर विशेष पीठ विचार कर रही है और याचिका रजिस्ट्री में दायर की जानी चाहिए।
पीठ को मामले की जानकारी देने वाले अधिवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि उन्होंने यह याचिका अदालत को गुहा के इस्तीफे के फैसले के बारे में सूचित करने के लिए दायर की है और मुख्य मामले पर सुनवाई जुलाई में होनी है। शीर्ष अदालत ने गत 30 जनवरी को पूर्व नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक विनोद राय की अध्यक्षता में चार सदस्यीय प्रशासकों की समिति नियुक्त की थी।
इस समिति को बीसीसीई को संचालित करने और क्रिकेट संस्था में सुधार के लिए न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा समिति के अदालत द्वारा मंजूर की गई सिफारिशों को लागू करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त किए गए प्रशासकों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी के प्रबंध निदेशक विक्रम लिमिये और भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी भी शामिल हैं।