featuredस्पेशल स्टोरी

शीर्ष तीन में लौटी है दिल्ली

सीबीएसई के क्षेत्रवार नतीजों के मुताबिक दिल्ली इस वर्ष तीसरे स्थान पर रही जबकि पिछले साल चौथे स्थान पर थी। दिल्ली के पास होने वाले छात्रों के फीसद में भी सुधार हुआ है। हालांकि इस बार राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली ने कोई टॉपर नहीं दिया।  क्षेत्रवार परिणामों में त्रिवेंद्रम ने बाजी मारी। यहां के कुल 95.62 फीसद छात्र पास हुए। दूसरे स्थान पर रहा चेन्नई क्षेत्र जहां के 92.60 फीसद विद्यार्थी पाए हुए। इसके बाद तीसरे स्थान पर दिल्ली रही। दिल्ली क्षेत्र में सबसे ज्यादा 2,39,392 उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जिसमें से 2,37,660 ने परीक्षा दी और 2,10,034 पास हुए।  दिल्ली का पास फीसद 88.37 रहा। इसके बाद पंचकुला क्षेत्र (1,84,557) और अजमेर (1,31,449) के छात्र थे। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी दिल्ली तीसरे स्थान पर ही थी। हालांकि पिछले चार साल से टॉपर देने वाली दिल्ली से इस बार तीनों टॉपर्स में से कोई भी नहीं है। पिछले साल अशोक नगर के मोंटफोर्ट स्कूल की सुकृति गुप्ता देशभर में पहले स्थान पर रही थीं।

लगातार तीसरे साल बढ़ा पास फीसद
राजधानी दिल्ली के छात्रों का पास फीसद लगातार तीसरे साल बढ़ा है। वर्ष 2015 में दिल्ली के 86.13 फीसद छात्र पास हुए थे। पिछले साल यह फीसद बढ़कर 87.01 फीसद हो गया था जबकि इस वर्ष कुल 88.37 फीसद विद्यार्थी पास हुए।

दिल्ली के लड़के रहे लड़कियों से आगे
क्षेत्रवार नतीजों पर नजर डालें तो सिर्फ दिल्ली ही ऐसा क्षेत्र है जहां के लड़कों ने लड़कियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया है। आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के 91.03 फीसद छात्र जबकि 85.67 फीसद छात्राएं पास हुर्इं।

हेल्पलाइन से ले सकते हैं मदद

बोर्ड ने 12वीं कक्षा के परिणामों के बाद मनोवैज्ञानिक परामर्श के लिए एक हेल्पलाइन शुरू की है। 18000118004 नि:शुल्क नंबर पर फोन करके सलाह ली जा सकती है। बोर्ड अधिकारी ने कहा कि 65 परामर्शदाता सुबह 8:00 बजे से रात 10:00 बजे तक हेल्पलाइन नंबर पर छात्रों और अभिभावकों से बात करेंगे।

केवीएस का परिणाम 95.87 फीसद
केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) के मुताबिक उनके कक्षा 12 के 95.87 फीसद बच्चे पास हुए हैं जबकि सीबीएसई की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक केवीएस का परिणाम 94.60 फीसद रहा। केवीएस के अनुसार 67,817 विद्यार्थियों ने सीबीएसई की परीक्षा दी थी जिनमें से 65,103 छात्र उत्तीर्ण हुए जबकि 893 छात्रों के परिणाम को बोर्ड ने रोक दिया है। केवीएस के 284 विद्यालयों का परिणाम जहां शत प्रतिशत रहा वहीं 3,957 विद्यायलों का परिणाम 90 फीसद से अधिक रहा। केवी एएफएस रजोकरी के मोहम्मद कमाल अशरफ 97.80 फीसद के साथ दिल्ली के केवी में टॉप किया। जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) का 95.73 फीसद परिणाम रहा।

स्कूल का अगुआ दिल्ली में सबसे आगे
दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) आरके पुरम के ‘हेड ब्यॉय’ रहे शगुन गोयल सीबीएसई की कक्षा 12 में दिल्ली में अव्वल रहे हैं। वह अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहते हैं। उनका चयन यहां हो भी गया है। उनके बड़े भाई ने भी स्टेनफोर्ड से पढ़ाई की हुई है। शगुन के पिता आइआरएस अधिकारी हैं जबकि उनकी मां डॉक्टर हैं। वह अपने अभिभावकों के साथ शिक्षकों और भाई को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं।

Leave a Reply

Exit mobile version