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तेंदुलकर की फिल्म देखने को बेताब हैं सौरव गांगुली

भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली क्रिकेट मैदान पर सचिन तेंदुलकर के साथ लंबे समय गुजारने के बाद अब उनके जीवन पर आधारित फिल्म को लेकर बहुत उत्साहित हैं। सौरव गांगुली ‘सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि जब ये दोनों बल्लेबाज भारत के लिए खेलते थे तो मैदान के अंदर और बाहर इनके रिश्ते हमेशा से मधुर रहे हैं। दोनों खिलाड़ी एक दूसरे का काफी सम्मान करते हैं। क्रिकेट जगत में सचिन, सौरव, द्रविड़ और लक्ष्मण की चौकड़ी को कौन भूल सकता है भला। एक इंटरव्यू में सौरव गांगुली ने यह माना कि वो सचिन के बारे में अन्य लोगों की तुलना में बहुत कुछ जानते हैं, फिर भी उन्हें सचिन की बॉयोपिक का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि सौरव यह देखना चाहते हैं कि आखिर सचिन से जुड़ी कौन सी वो बात है जो उनको नहीं पता है। वह जानना चाहते हैं कि आखिर सचिन आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, वहां तक पहुंचने में उन्हें किन बाधाओं और दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

सचिन की बॉयोपिक 26 मई को देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। इस फिल्म में सचिन तेंदुलकर के क्रिकेट जीवन से लेकर उनके व्यक्तिगत जीवन तक के बारे में दर्शकों को कई कहानियां पता चलेंगी, ये कहानियां अभी तक सिर्फ सचिन और उनके परिवार के सदस्यों तक ही सीमित थीं। जब 16 साल का एक लड़का हाथ में बल्ला लिए पहली बार मैदान पर उतरता है और आखिरी बार बल्ला पकड़ने मैदान में आता है, इन 24 वर्षों की पूरी कहानी फिल्म में मिलेगी। फिल्म में सचिन का एक पिता, पति, बेटा और भाई के तौर पर जो चरित्र है उसके बारे में भी दर्शक जान पाएंगे। साल 1989 से लेकर 2013 तक, सचिन तेंदुलकर ने करोड़ों भारतीयों के सपनों का बोझ अपने कंधों पर ढ़ोया है। उन्होंने लोगों के सपनों को पूरा करने की भरसक कोशिश भी की और क्रिकेट के अधिकतर रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। विश्व क्रिकेट में सचिन से ज्यादा गौरवान्वित करियर और किसी खिलाड़ी का नज़र नहीं आता।

सौरव गांगुली ने कहा कि सचिन तेंदुलकर की तरह के खिलाड़ियों की किसी से तुलना नहीं की जा सकती। यदि कोई व्यक्ति सचिन से आधी भी प्रतिभा रखता है तो उसे भगवान का शुक्रगुजार होना चाहिए। सौरव ने कहा, ‘मैं ऐसा मानता हूं कि आप दोबारा सचिन तेंदुलकर या डिएगो मेराडोना जैसे खिलाड़ी नहीं पा सकते। अगर आप सचिन के आधा भी टैलेंटेड हैं तो आपका क्रिकेट करियर बेहतरीन होगा। इसलिए दुनिया के लिए यह जानना जरूरी है कि सचिन तेंदुलकर कैसे बना, इसको जानने के लिए उनकी फिल्म देखनी होगी। हमने उनके सारे रन देखे हैं, उनके विकेट देखें हैं, उनके शतक देखें हैं। अब उनके जीवन का दूसरा पहलू जिसे हम नहीं जानते या देख पाएं हैं उसको देखना एक सर्वश्रेष्ठ अनुभव होगा।’

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