क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है। किस गेंद पर पासा पलट जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता। कई बार टीमें हाथ में मैच होते हुए भी हार जाती हैं। एक ओवर पूरी मेहनत को बर्बाद कर देता है। आज बात करेंगे टीम इंडिया के उन मैचों की, जिसमें टीम हार की कगार पर थी, लेकिन चमत्कारिक ढंग से जीत मिल गई।
2002 नेटवेस्ट सीरीज (फाइनल) : अगर इस मैच को भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक और यादगार मैच कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर इंग्लैंड की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 325 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया था। जवाब में भारत 146 रनों पर भारत के 5 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ की साझेदारी ने टीम इंडिया को इस मैच में सबसे शानदार जीत दिलाई। यह सीरीज भारत ने जीती थी।
भारत बनाम द.अफ्रीका : 15 जनवरी 2011 को जोहानिसबर्ग में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने 47.2 ओवरों में कुल 190 रन बनाए थे। लक्ष्य द.अफ्रीका के लिए मुश्किल नहीं था। 5 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला वह जीत चुके थे। लेकिन मुनाफ पटेल की घातक गेंदबाजी के कारण भारतीय टीम ने द.अफ्रीका को 189 रनों पर समेट कर 1 रन से जीत हासिल कर ली।
2007 वर्ल्ड टी20 फाइनल: बेहद रोमांचक और सांस रोक देने वाला मैच। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 5 विकेट खोकर 157 रन बनाए थे। जवाब में पाकिस्तान की शुरुआत खराब रही और 77 रन पर उसके 6 विकेट गिर चुके थे। लेकिन तभी मिसबाह उल हक ने शानदार खेल दिखाना शुरू किया और उनके शॉट्स को देखकर भारतीय करोड़ों भारतीय फैन्स का कलेजा मुंह को आ गया। आखिरी ओवर तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी ने जोगिंदर शर्मा को दिया। मिसबाह ने उनकी तीसरी गेंद को पीछे की तरफ उठाकर मारने की कोशिश की और तभी श्रीशांत ने उनका कैच लपक लिया। इसके साथ भारत पहले टी20 वर्ल्ड कप का बादशाह बन गया।
2016 वर्ल्ड टी 20: बेंगलुरु में हुए इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया 20 ओवरों में 7 विकेट खोकर महज 146 रन ही बना सकी। जवाब में कमजोर माने जाने वाली टीम बांग्लादेश ने भी अच्छा खेल दिखाया। एक वक्त पर लग रहा था कि बांग्लादेश भारत को मात दे देगा। आखिरी ओवर में बांग्लादेश को जीत के लिए 11 रन बनाने थे। आखिरी बॉल पर बांग्लादेश को 2 रनों की जरूरत थी। धोनी ने इससे पहले ग्लव्स उतार दिए थे। बांग्लादेशी खिलाड़ी रन लेने दौड़े, लेकिन धोनी ने सुपरफास्ट स्पीड से दौड़कर महमूदुल्लाह को रन आउट कर भारत को 1 रन से जीत दिला दी।
भारत बनाम अॉस्ट्रेलिया: फ्यूचर कप के 7वें मैच में अॉस्ट्रेलिया 41.3 ओवरों में 193 रनों पर ढेर हो गया था। सबको लगा कि भारत यह छोटा लक्ष्य आसानी से हासिल कर लेगा। लेकिन कंगारू टीम की धारदार गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाज पानी भरते दिखाई दिए। 66 रन पर 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। इसके बाद रॉबिन उथप्पा ने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए 59 गेंदों में 47 रन बना दिए। उनके आउट होने के बाद हार चय लग रही थी। लेकिन जहीर खान के 31 और मुरली कार्तिक के 21 रनों की बदौलत भारत ने मैच 2 विकेट से जीत लिया।