देश की राजधानी में लगभग 20 प्रतिशत युवा, वयस्क और मध्यम आयु वर्ग के पुरुष यौनेच्छा की आवृत्ति या संतुष्टि न मिलने समेत यौन रोग संबंधी अपनी चिंताओं को लेकर डॉक्टर से परामर्श करते हैं, यह एक सर्वेक्षण में पता चला है। सर्वेक्षण में पाया गया कि इसकी वजह अस्वस्थ भोजन, मोटापा, तनाव और धूम्रपान के कारण खराब जीवन शैली की आदतें हैं, जो न केवल मेटाबॉलिक संबंधी बीमारियों में वृद्धि का कारण बनती है, बल्कि कम और दीर्घकालिक यौन रोगों की उच्च घटनाओं का कारण भी है।
सर्वेक्षण में यह भी पता चला है कि 48 प्रतिशत पुरुष अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों से ग्रस्त हैं, जैसे कि अस्वास्थ्यकर भोजन, न्यूनतम व्यायाम और नींद संबंधी बुरी आदतों के साथ साथ धूम्रपान जैसी गतिविधियों में आनंद लेना यौन उत्तेजना को कम करने का प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा, तनाव और नींद का अभाव भी यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। यह सर्वेक्षण 21-45 वर्ष की उम्र के 800 से अधिक वयस्कों की यौन गतिविधियों पर विभिन्न जीवनशैली विकल्पों और आदतों के प्रभाव का विश्लेषण है, जिसमें कार्यरत पेशेवरों, गृहिणियों और दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के छात्रों शामिल हैं।
इस सर्वे में 35 प्रतिशत से अधिक पुरुषों ने बताया कि तनाव महसूस किए जाने पर उनकी यौन उत्तेजना और आवृत्ति पर असर पड़ता है, नींद की कमी के कारण 48 प्रतिशत पुरुषों की यौन उत्तेजना में कमी पाई गई। अध्ययन में यह भी पाया गया कि धूम्रपान, स्वास्थ्य को, यौन उत्तेजना और आवृत्ति को कमजोर करने वाले प्रभाव डालता है। इस सर्वे में पाया गया कि 50 प्रतिशत गैर धूम्रपान करने वालों लोगों की तुलना में केवल 19 प्रतिशत ज्यादा धूम्रपान करने वालों (दिन में 21-40 सिगरेट) में ज्यादा यौन उत्तेजना पाई जाती है।