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कंगना ने कहा- लव लेटर लिखने और डेट पर जाने की उम्र में कर रही थीं ‘संघर्ष’

बॉलीवुड की क्वीन यानी कंगना रनौत अपनी शर्तों पर जिंदगी जीती हैं। हाल ही में उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों और विद्रोही जीवन के बारे में खुलकर बातचीत की। अनुपम खेर के चैट शो अनुपम खेर पीपल पर बात करते हुए 30 साल की एक्ट्रेस ने कहा- लव लैटर लिखने और ब्लाइंड डेट पर जाने की उम्र में वो महेश भट्ट जैसे टैलेंटिड निर्देशक के साथ काम में बिजी थीं। उन्होंने कहा- जिस उम्र में लड़कियां लव लेटर लिखती हैं या ब्लाइंड डेट पर जाती हैं मैं घंटो काम किया करती थी। मैं महेश भट्ट और दूसरे समाजिक विचारधारा और टैलेंटिड कलाकारों के साथ बैठा करती थी। जब आप ऐसे लोगों के साथ टीनएज में बैठते हैं तो आप वास्तव में कुछ नहीं कह सकते।

कंगना ने कहा- मुझे कभी खेलने का समय नहीं मिला। टीनएज में मैंने संघर्ष करना और सेट पर जाना शुरू कर दिया था। 17 साल की उम्र में मैं करो या मरो वाली परिस्थिति में थी। मैं हमेशा से विद्रोही रही और बहुत कम उम्र में अपना घर छोड़ दिया था। इसी वजह से मुझे कभी बच्चे जैसा होने का समय नहीं मिला। करण जौहर के साथ कॉफी विद करण में हुए नेपोटिज्म विवाद पर भी उन्होंने बात की। एक्ट्रेस ने कहा- ईमानदारी से कहूं तो इस बहस ने मुझपर कोई प्रभाव नहीं डाला। जिंदगी के इस पड़ाव पर मैं काफी आत्म निर्भर हूं क्योंकि मैंने अपना प्रोडक्शन हाउस लॉन्च कर दिया है। मैं अपनी कहानी को प्रसारित करना चाहती हूं जिसमें कुछ गलत नहीं हैं। जब करण जौहर ने नेपोटिज्म पर ब्लॉग लिखा तो मुझे वो उद्देश्य की बजाए ब्रेनवॉश करने वाला ज्यादा लगा।

कंगना ने कहा- गैंगस्टर के बाद मुझे सफलता का स्वाद चखने में 10 सालों का समय लगा। संघर्ष किसी भी शख्स को काफी हद तक बदल देता है। इतना कि अगर कोई आपको नीचे गिराने की कोशिश करता है तो उसका आपके ऊपर कोई असर नहीं पड़ता। ईमानदारी से कहूं तो इसने मुझे सबसे बुरी लड़की बनने की आजादी दी।

वर्कफ्रंट का बात करें तो तनु वेड्, मनु एक्ट्रेस की अगली फिल्म मणिकर्णिका- द क्वीन ऑफ झांसी है। इसके अलावा उनकी अपकमिंग फिल्म सिमरन है। जिसका पहला टीजर पोस्टर जारी किया जा चुका है।

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