श्रीलंका के हाथों मिली करारी हार के बाद अब टीम इंडिया के लिए आगे की राह मुश्किल हो गई है। अगर उसे सेमीफाइनल में प्रवेश करना है तो आज (11 जून) साउथ अफ्रीका को हराना होगा। यह मैच लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाएगा। दोनों ही टीमों ने टूर्नामेंट में एक मैच जीता और एक हारा है, जिससे दोनों के 2-2 अंक हैं। अपने ग्रुप में भारत टॉप पर है, क्योंकि उसका रन रेट बेहतर है। कप्तान विराट कोहली ने बताया कि वह किस रणनीति से इस मैच को जीतेंगे। इस हाई वोल्टेज मैच पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली ने कहा, यह न सिर्फ हमारे बल्कि दोनों ही टीमों के लिए एक बहुत अहम मुकाबला है। भारत और द.अफ्रीका को 120 प्रतिशत कमिटमेंट और पैशन से खेलना होगा। भारतीय कप्तान ने कहा, मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धी और उत्साही होने के अलावा आपकी टीम में सही संतुलन भी होना चाहिए। लेकिन इसके साथ-साथ अति उत्साही होने से बचते हुए इस मैच को जितना हो सके नॉर्मल लेना चाहिए।
कोहली ने कहा, जो टीम खेल को नॉर्मल लेगी, वह अच्छे नतीजे हासिल करने वाली पोजिशन में होगी। भारतीय स्टार ने यह खुलासा किया कि वह मैच में अपना संयम बनाए रखने की कोशिश करेंगे। कोहली ने कहा, कई बार एेसा होता है कि टीमें कुछ स्पेशल करना चाहती हैं, लेकिन अंत में अहम स्थितियों में उनसे गलतियां हो जाती हैं। जिस टीम के पास जितना संयम होगा, उसके जीतने के उतने ही ज्यादा चांस होंगे।
गौरतलब है कि भारत और द.अफ्रीका के बीच 3 बार (2000, 2002 और 2013) चैम्पियंस ट्रॉफी में मुकाबला हो चुका है और तीनों ही बार भारत ने बाजी मारी है। पहला मुकाबला साल 2000 में हुआ था, जिसमें गांगुली ने शानदार 141 रन ठोके थे। नैरोबी के जिमखाना क्लब क्रिकेट ग्राउंड पर भारत ने अफ्रीका के सामने 296 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। लेकिन 200 रनों पर ही द.अफ्रीका की पारी सिमट गई। हालांकि भारत फाइनल में अॉस्ट्रेलिया से हार गया था।
जब कोहली ने धो डाला था अफ्रीकी गेंदबाजों को:
दूसरा मैच साल 2002 में हुआ था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने वीरेंद्र सहवाग (59), राहुल द्रविड़ (49) और युवराज सिंह (69) की पारियों की बदौलत 50 ओवरों में 261 रनों का लक्ष्य रखा था। जवाब में द.अफ्रीका की शुरुआत थोड़ी खराब रही। ग्रीम स्मिथ 4 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन हर्शल गिब्स (116) और जैक कैलिस (97) की पारियों से लगने लगा कि प्रोटियाज मैच जीत जाएंगे, लेकिन एेसा हुआ नहीं। इन दोनों के आउट होने के बाद पूरी टीम 251 रनों पर ढह गई और भारत 10 रनों से मैच जीत गया।
तीसरा मैच 6 जून, 2013 को खेला गया। ओपनर शिखर धवन (114) और रोहित शर्मा (65) की पारियों की बदौलत भारत को शानदार शुरुआत मिली। इसके बाद विराट कोहली (31) और रवींद्र जाडेजा (47) की पारियों की धुआंधार पारियों ने भारत का स्कोर 331 तक पहुंचाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम के लिए पीटरसन ने 68, डिविलियर्स ने 70 और मैकलेरेन ने 71 रन बनाए, लेकिन फिर भी प्रोटियाज जीत नहीं पाए और पूरी टीम 305 रनों पर अॉल आउट हो गई।