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चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के लिए कपिल देव ने विराट कोहली को दी सलाह

भारत को पहला क्रिकेट विश्व कप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव का कहना है कि मौजूदा कप्तान विराट कोहली पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चतुर दिमाग का आने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी में किस तरह इस्तेमाल करेंगे यह उन पर निर्भर करता है। चैम्पियंस ट्रॉफी एक जून से इंग्लैंड में शुरू हो रही है और 18 जून तक चलेगी। भारत इस चैम्पियनशिप में मौजूदा विजेता के तौर पर उतर रहा है। 2013 में धोनी की कप्तानी में ही भारत ने यह खिताब हासिल किया था। इस बार भारत कोहली की कप्तानी में उतर रहा है।

कपिल का मानना है कि यह पूरी तरह से कोहली पर निर्भर है कि वह किस तरह धोनी के अनुभव का इस्तेमाल करते हैं। कपिल ने स्टार स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित वार्ता में आईएएनएस से कहा, “यह कोहली पर निर्भर है कि वह पूर्व कप्तान के अनुभव का इस्तेमाल किस तरह करते हैं। मैं नहीं मानता कि धोनी उस तरह के इंसान हैं, जो लगातार बीच में दखल देंगे। यह कोहली पर होगा की वह धोनी का सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल किस तरह से करते हैं।”

कपिल ने धोनी को सही मायने में हरफनमौला खिलाड़ी बताया। उन्होंने कहा कि सिर्फ बल्ले और गेंद से प्रदर्शन करना ही हरफनमौला खिलाड़ी की पहचान नहीं होती बल्कि विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी भी इसमें शामिल है। उन्होंने कहा, “धोनी को मत भूलिए, वह सही मायनों में हरफनमौला खिलाड़ी हैं। हरफनमौला खिलाड़ी की काबिलियत सिर्फ बल्ले और गेंद की नहीं होती बल्कि विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी की भी होती है। वह नंबर पांच और छह पर बेहद अहम खिलाड़ी हैं।”

इसके साथ ही कपिल ने रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को शानदार हरफनमौला खिलाड़ी बताया और दोनों की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “किसी की तुलना करना काफी मुश्किल है। अश्विन और जडेजा ने हमारे समय के खिलाड़ियों से कई बेहतर काम किया है। हमें उनकी क्षमताओं में विश्वास रखना होगा क्योंकि उन्होंने खुद को साबित किया है और बेहतरीन प्रदर्शन किया है।”

कपिल से जब पूछा गया कि इस मैच का भारत पर दबाव होगा तो उन्होंने कहा, “मैं नहीं मानता कि भारत पर दबाव होगा। अगर मैं पाकिस्तान के खिलाफ बल्लेबाजी कर रहा हूं तो यह मायने नहीं रखता कि हमारा ट्रैक रिकार्ड क्या है।”

उन्होंने कहा, “मैं गेंद को उसकी मेरिट के हिसाब से खेलूंगा। यह मीडिया के लिए बात करने के लिए सही है, लेकिन जब खिलाड़ी मैदान पर जाता है तो वह इस तरह से नहीं सोचता। वह सिर्फ जीतना चाहते हैं।” इंग्लैंड की परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के पक्ष में हैं। कपिल का कहना है कि गेंदबाजों को गेंद को स्विंग कराने पर ज्यादा ध्यान देना होगा और ज्यादा विविधताओं से बचना होगा।

उन्होंने कहा, “गेंदबाजों को अपनी लाइन लेंग्थ पर गेंद करनी होगी जो काफी महत्वपूर्ण होगा। इंग्लैंड में आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं है सिर्फ गेंद को स्विंग कराने पर ध्यान देना चाहिए। यह मायने नहीं रखता कि बल्लेबाज कैसा है अगर आप गेंद को स्विंग करा सकते हैं तो आप उस पर हावी रहेंगे।”

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