आधुनिक जीवनशैली की वजह से कई तरह की बीमारियां लोगों को अपनी चपेट में लेती जा रही हैं। मधुमेह उन्हीं बीमारियों में से एक है। श्रम न करना, असंतुलित भोजन करना, तनावग्रस्त जीवनशैली की वजह से मधुमेह की समस्या और जटिल होती जाती है। ऐसे में सिर्फ दवाइयों से इसका इलाज बड़ा मुश्किल होता है। मधुमेह से जड़ से निपटने के लिए जरूरी है कि दवाओं के इस्तेमाल के साथ-साथ नियमित व्यायाम भी किया जाए। आज हम आपको मधुमेह से आराम दिलाने वाले आसनों के फायदों के बारे बताने जा रहे हैं।
कपालभाति – मधुमेह के मरीजों के लिए कपालभाति प्राणायाम सबसे बेहतर योगासन है। इससे पेट की मांसपेशियां सक्रिय हो जाती हैं तथा नसों में रक्त परिसंचरण सही रहता है। कपालभाति करने से मन को शांति तथा मस्तिष्क को एनर्जी मिलती है।
धनुरासन – धनुरासन पैंक्रियाज तो एक्टिव रखने का काम करता है, जो कि मधुमेह के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह न सिर्फ पेट के आंतरिक अंगों को मजबूती देता है बल्कि मानसिक तनाव से भी मुक्त करता है।
अर्द्धमत्स्येंद्रासन – पेट के अंगों का मसाज करने के लिए अर्द्धमत्स्येंद्रासन सबसे बेहतरीन विकल्प है। इसे करने से फेफड़ों में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। यह रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत रखता है तथा मन शांत रखने में मदद करता है।
सुप्तमत्स्येंद्रासन – इस आसन को करने से पेट का हाजमा सही रहता है। सुप्तमत्स्येंद्रासन में पेट के अंगों पर काफी दबाव पड़ता है, जिस वजह से यह मधुमेह के लिए काफी उपयोगी माना गया है।
शवासन – योग के सबसे आखिरी चरण में जब सारे व्यायाम कर लिए जाते हैं तब शवासन किया जाता है। यह शरीर को आराम तो देता ही है, साथ ही साथ मानसिक शांति का भी सबसे बड़ा स्रोत होता है। यह सबसे आसान आसन होता है। सीधे लेटकर अपने सारे अंगों को शिथिल छोड़कर इस आसन को किया जाता है। मधुमेह रोगियों के लिए यह बेहद लाभकारी आसन है।