पेशावर में बॉलीवुड अभिनेता दिलीप कुमार का एक सौ वर्ष पुराना पैतृक ढह गया है। यह पहले ही बहुत खस्ताहाल था और अधिकारियों का कहना है कि उसी स्थल पर घर की प्रतिकृति जल्द ही बनाई जाएगी। सांस्कृतिक विरासत परिषद के महासचिव शकील वहीदुल्ला का कहना है कि ऐतिहासिक किस्सा ख्वानी बाजार के निकट मोहल्ला खुदा दाद में स्थित घर के केवल बाहरी हिस्से और दरवाजा ही बचे हैं।
शहर के जानेमाने लोगों ने इस ढांचे के संरक्षण को नजरअंदाज करने के लिए खैबर पख्तूनख्वाह सरकार की आलोचना की। पुरातत्व विभाग ने वर्ष 2014 में इसे राष्ट्रीय विरासत घोषित किया था। वहीदुल्लाह ने कहा कि उन्होंने प्रांत की सरकार का ध्यान घर की खस्ताहाली की ओर खींचने के लिए उसे छह आवेदन दिए थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि घर की हालत के बारे में दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो को सूचित कर दिया गया है। इस खबर से वह बेहद उदास हो गईं। पुरातत्व एवं संग्रहालय निदेशक अब्दुल समद ने घटना को दूसरे नजरिए से देखते हुए कहा कि यह अच्छा ही हुआ क्योंकि अब उन्हें घर के पुन: निर्माण का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि घर को संरक्षित करने का इकलौता तरीका इसका फिर से निर्माण करना था क्योंकि ढांचा मरम्मत के लायक नहीं बचा था।
पुरातत्व विभाग केपी एंटीक्विटीज अधिनियम 2016 के तहत घर की प्रतिकृति तैयार करेगा। दिलीप कुमार के अलावा कपूर खानदान, शाहरूख खान और दिवंगत विनोद खन्ना भी पेशावर से हैं और उनके पैतृक घर अभी भी यहां पर हैं।