भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (सीएसी) शुक्रवार (नौ जून) को भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनने के उम्मीदवारों के इंटरव्यू लेना शुरू करेगी। इस कमेटी में पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण सदस्य हैं। एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि सीएसी मौजूदा कोच अनिल कुंबले को ही कोच बनाए रखने का फैसला कर सकती है। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और अनिल कुंबले के बीच रिश्ते मधुर न होने की खबरों के चलते पूरे देश के क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें सीएसी के फैसले पर लगी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सचिन, सौरव और लक्ष्मण गुरुवार (आठ जून) को मिले। शुक्रवार से सीएसी भारतीय टीम के अगले कोच के लिए अनिल कुंबले, वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पाइबस, डोडा गणेश और लालचंद राजपूत का इंटरव्यू लेगी। अनिल कुंबले को मौजूदा कोच होने के नाते कोच पद के लिए आवेदन नहीं करना पड़ा था। वहीं वीरेंद्र सहवाग ने कोच पद के लिए भेजे आवेदन में केवल दो बातें लिखी थीं कि वो पंजाब आईपीएल टीम के मेंटर हैं और मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम के सभी सदस्यों के साथ खेल चुके हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार विराट कोहली चैंपियंस ट्राफी 2017 के लिए इंग्लैंड रवाना होने से पहले सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को अगले कोच के तौर पर रवि शास्त्री को अपनी पसंद बता गए थे। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि कोहली ने सीएसी सदस्यों से अनुरोध किया कि रवि शास्त्री को इंटरव्यू में आमंत्रित किया जाए क्योंकि उन्होंने आधिकारिक तौर पर इस पद के लिए आवेदन नहीं भेजा था। कोहली और कुछ अन्य खिलाड़ी अनिल कुंबले के सख्त रुख से नाखुश बताए जाते हैं। हालांकि विराट कोहली ने अनिल कुंबले से अनबन की खबरों का खंडन किया है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड भी कुंबले को हटाकर और शास्त्री को चुनकर ये संदेश नहीं देना चाहता कि भारतीय टीम का कप्तान बोर्ड से ऊपर है। बीसीसीआई के अनुसार अगर ऐसा हुआ तो ये भविष्य के लिए गलत नजीर साबित होगा। एनडीटीवी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बीसीसीआई के एकमात्र पदाधिकारी जो बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के करीबी और कुंबले के कट्टर आलोचक हैं वहीं उन्हें दोबारा कोच बनाए जाने के खिलाफ हैं।