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हंसने की भी शर्त होती है…क्‍या, इस फनी वीड‍ियो में बता रहे हैं सुरेंद्र शर्मा

हास्य कवि सुरेंद्र शर्मा की बात ही निराली है, वो खुद कभी नहीं हंसते लेकिन अपनी बातों से दूसरों को हंसने पर मजबूर कर देते हैं। उनकी हर बात में चुटकुला या कोई व्यंग्य होता है। यही वजह है कि उन्हें खूब पसंद किया जाता है। एक कवि सम्मेलन में बोलते हुए सुरेंद्र शर्मा ने पति और पत्नी पर कई चुटकले सुनाए। कवि सम्मेलन में शर्मा जी ने जनता का खूब मनोरंजन किया, उनकी बाते सुनकर कोई भी अपनी हंसी नहीं रोक सका।

वीडियो की शुरुआत में सुरेंद्र शर्मा ने जनता के लेट आने पर व्यंग्य कसा और कहा कि लेट आने वाले लोग ही हैं जो भारतीय संस्कृति को जिंदा रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड ट्रेड सेंटर हमले में कोई भी भारतीय नहीं मरा क्योंकि कोई भी समय पर नहीं पहुंचा। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि जो हमारी बात पर तालियां नहीं बजाते वो अगले जन्म में हर घर में जाकर तालियां बजाते हैं। उनकी बात सुनकर हर कोई हंसने लगा गया।

मजाक में बोलते हुए शर्मा जी ने कहा कि, ”दुनिया में जितने भी युद्ध हुए हैं सारे युद्ध औरतों के कारण हुए हैं। औरतो के कारण हुए युद्धों में लाखों लोग मारे गए लेकिन किसी भी औरत का कुछ नहीं हुआ।”

कवि सम्मेलन में बोलते हुए सुरेंद्र शर्मा ने राजनीति पर एक कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि, ” एक बेटे ने अपने पिता से कहा कि मैं राजनीति में जाना चाहता हूं, मुझे कोई ज्ञान दो। पिता ने कहा कि राजनीति में जाना ठीक नहीं है। मत जाओ। लेकिन बेटा नहीं माना और बार-बार कहता रहा कि मुझे शिक्षा दे दो। बेटे की बात सुनकर पिता ने कहा कि छत्त पर चढ़ जा। पिता की बात मानकर जब बेटा छत्त पर चढ़ा तो पिता ने कहा कि अब कूद जा। बेटे ने जवाब दिया कि अगर मैं कूदा तो मुझे चोट लग जाएगी। लेकिन पिता ने कहा कि कूद जा, मैं पकड़ लूंगा। पिता की बात मानकर बेटा कूद गया। कूदने के बाद बेटे का हाथ-पैर टूट गया। बेटे ने कहा कि आपने ऐसा क्यों किया। पिता ने कहा कि राजनीति में एक बात याद करना कुछ भी हो जाए किसी की बात पर भरोसा मत करना।”

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