अपनी गेंदबाजी को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी जसप्रीत बुमराह एक फिर ट्विटर्स यूजर्स के निशाने पर हैं। दरअसल विदेशी सरजमी पर टेस्ट डेब्यू करने वाले बुमराह ने अपने पहले ही मैच में नो-बॉल फेंक दी। इसपर ट्विटर यूजर्स खासे नाराज हो गए। यूजर्स ने पूर्व में चैंपियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल मैच में पाकिस्तानी बल्लेबाज फखर जमां को नो-बॉल फेंकने वाली घटना को एक बार फिर याद कर तंज कसा। इस मैच में बुमराह ने जमां को शुरुआत में ही आउट कर दिया था लेकिन बाद में नो-बॉल की पुष्टि हुई। दोबारा मिले इस जीवनदान का लाभ उठाते हुए पाकिस्तानी बल्लेबाज ने 106 गेंदों में 114 रन ठोक दिए। बाद में भारतीय टीम को बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ा।
बुमराह श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में भी नो-बॉल फेंककर सुर्खियों में आ चुके हैं। वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में अच्छी शुरुआत करने में पूरी तरह नाकाम रहे! हालांकि भुवनेश्वर कुमार ने शुरुआती तीन विकेट लेकर भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। मगर मैच के बाद भुवनेश्वर ने स्वीकार किया कि भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीकी टीम को अपनी पहली पारी में 30 रन ज्यादा दे दिए। टीम 286 रन बनाने में कामयाब हो गई। जबकि अफ्रीकी टीम के तीन विकेट 12 रन के नुकसान पर गिर गए थे।
गौरतलब है कि पछले कुछ समय से सीमित ओवरों की टीम के नियमित सदस्य रहे जसप्रीत बुमराह भारत के 290वें टेस्ट क्रिकेटर बन गए हैं। अपने एक्शन और यार्कर के कारण सीमित ओवरों में काफी सफल रहे बुमराह ने अब तक 31 वनडे मैचों में 56 और 32 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 40 विकेट लिए हैं। दिलचस्प बात यह है कि बुमराह को सीमित ओवरों की इस सफलता के आधार पर टेस्ट टीम में जगह दी गई क्योंकि उन्होंने पिछले एक साल के दौरान कोई प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला। बुमराह ने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच रणजी ट्राफी सेमीफाइनल के रूप ठीक एक साल पहले एक से चार जनवरी 2017 को गुजरात की तरफ से झारखंड के खिलाफ नागपुर में खेला था।
बुमराह ने अब तक 26 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 25.33 की औसत से 89 विकेट लिए हैं। वह दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले सातवें भारतीय हैं। उनसे पहले अजय जडेजा, प्रवीण आमरे (1992-93), डोडा गणेश (1996-97), वीरेंद्र सहवाग, दीप दासगुप्ता (2001-02) और जयदेव उनादकट (2010-11) ने भी दक्षिण अफ्रीका में ही अपने टेस्ट करियर का आगाज किया था।