CRPF jawans on the bullets of the bullets shot!
रमजान पर भले ही सुरक्षाबलों ने अपने सभी ऑपरेशन पर अल्पविराम लगा दिया हो, लेकिन जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी सुरक्षा बलों पर वार करने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक बार फिर आतंकियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है. इस बार आतंकियों ने नाका ड्यूटी पर जा रहे सीआरपीएफ के जवानों पर गोलियों की बौछार करते हुए अंडर बैरल ग्रेनेड लॉचर से हमला किया है. गनीमत रही कि सभी जवान सीआरपीएफ के बुलेट प्रूफ व्हीकल में सवार थे. जिसके चलते वारदात में किसी जवान के हताहत होने की सूचना नहीं है. सीआरपीएफ के जवानों पर गोलियों की बौछार करने वाले आतंकियों की तलाश में सीआरपीएफ सहित अन्य सुरक्षाबलों की एक दर्जन से अधिक टीमों सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
गोलियों का असर न होता देख UBGL से किया हमला
सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बल की 183वीं बटालियन की तैनाती पुलवामा इलाके में है. गुरुवार देर रात्रि करीब 1:10 बजे जवानों की एक टुकड़ी नाका ड्यूटी के लिए बटालियन से निकले थे. ये सभी जवान सीआरपीएफ के 407 बुलेट प्रूफ व्हीकल ( BPV) में सवार थे. जैसे ही जवानों की यह टुकड़ी राजपुरा चौक – ईदगाह क्रासिंग पर पहुंची, पहले से घात लगाए बैठे आतंकियों ने गोलियों की बौछार शुरू कर दी. चंद मिनट के अंतराल में आतंकियों ने CRPF के जवानों पर करीब 100 से 120 राउंड फायर किए. गोलियों की बौछार के बावजूद BPV पर कोई असर नहीं हुआ, जिससे झल्लाए आतंकियों ने अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (UBGL) से ग्रेनेड दागने शुरू कर दिए.
CRPF के जवानों ने आतंकियों को दिया मुंहतोड़ जवाब
सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आतंकी हमले को नाकाम करने के लिए जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया. सीआरपीएफ के जवान आतंकी की हर गोली का माकूल जवाब देते रहे. जवानों और आतंकियों के बीच लंबे समय तक गोलीबारी चलती रही. इसी बीच, आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही सीआरपीएफ की अन्य टीमें भी मौके पर पहुंच गई. खुद को कमजोर होता देख आतंकी मौके से भाग खड़े हुए. आतंकियों की तरफ से गोलीबारी बंद होने के बाद सीआरपीएफ की कमांडो टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरूआत शुरू कर दिया.
सर्च ऑपरेशन में बरामद हुए IED से भरे तीन बैग
सुरक्षाबलों के अनुसार, सर्च ऑपरेशन के दौरान सीआरपीएफ की टीम ने मौके से 3 बैग बरामद किए हैं. इन सभी बैगों में IED बनाने में इस्तेमाल होने वाला सभी सामान मौजूदा था. बैग से मिले IED को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि आतंकी IED ब्लास्ट के जरिए सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाना चाहते थे. वह अपने मंसूबों में सफल होते, इससे पहले सीआरपीएफ के जवान वहां पहुंच गए. अपने मंसूबे नाकाम होता देख आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दिया.