featuredमेरी कलम से

मेरी पलकों के साए में इंतजार तुम्हारा है

I am waiting for you with my moment

    

हां करती हूं मैं तुमसे प्यार और बहुत ही ज्यादा करती हूं

रहना चाहती हूं मैं हर वक्त तुम्हारे साथ पर रह नही पाती हूं

मुझे भी तकलीफ होती है जब मैं तुम्हारे आखों में आसूं देखती हूं

बहुत दर्द होता है उस वक्त जब तुम मुझे न जाने को कहते हो और मैं चली जाती हूं

हां हंसती हूं मैं और बहुत ही ज्यादा हंसती हूं

क्योंकि तुम्हें खुद के सामने देख मैं पागल सी हो जाती हूं

गुस्सा आती है मुझे जब तुम बात बात नही करते हो

और मेरे इस सवाल का सवाल से ही जवाब देते हो

क्यों गई छोड़कर ऐसा ही कहकर तुम मेरा मुंह बंद करा देते हो

अच्छ लगता है तब जब तुम मुझे अपने प्यार का एहसास कराते हो

मेरे हजारों सवाल का हंस हंस के जवाब देते हो

और शेरों शायरी बोलकर मेरा मन भटका देते हो

मुझे बहला फुसलाके अपने संग कर लते हो

और मनाने की सिर्फ वही तरकीब अपनाते हो

जिससे मेरा दिल पिघले कुछ ऐसा ही कर जाते हो

मेरी हर गलती को तुम भूल जाते हो

शायद इसीलिए मुझे और मेरे प्यार को बखूबी समझ पाते हो

माना कि तुम्हें मुझसे प्यार और मेरी परवाह बहुत है

पर कुछ आदते तुम्हारी बहुत बिगड़ैल है

मेरी हर बात को बड़े प्यार से मानते हो

फिर भी मुझे तुम बहुत परेशान कर जाते हो

याद आता है वो पल जब मैं तुम्हें तुम और तुम मुझे आप कहकर शांत कराते हो

दिल में वही जगह, वही प्यार बना रहे इसीलिए मेरी हर बात समझ रहे होते हो

खोना नही चाहते हम एक दूसरे का साथ, इसीलिए हम हैं एक दूसरे के दिल के पास

याद है मुझे जब तुम मुझे सर दर्द की दवा देने आए थे

दवा खाई कि नही यही बार बार पूछ रहे थे

माना कि तुम्हें प्यार जताना नही आता

मेरी याद आने पर बताना नही आता

पर अपनी आंखों में दिखते हुए प्यार को तुम कैसे छिपाओगे

जब भी मिलोगे सिर्फ प्यार और प्यार ही दिखाओगे

By Shambhavi Ojha

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