दक्षिण अफ्रीका दौरे के पहले टेस्ट में टीम इंडिया के तारनहार बने हार्दिक पंड्या की पारी ने सबको कपिल देव की 1992 में खेली पारी की याद दिला दी। इत्तेफाक ये रहा कि पंड्या की ये पारी कपिल देव के जन्मदिन पर सामने आई। पंड्या की पारी देख किसी को भी समझ में आ सकता हे कि यूं ही नहीं कपिल देव से उनकी तुलना की जाती है। केपटाउन टेस्ट के दूसरे दिन उन्होंने 93 (95 गेंदों पर) रन की जबर्दस्त पारी खेलकर इसे साबित भी किया है। केपटाउन टेस्ट में जब भारत की पहली पारी 92 रन पर 7 विकेट खोकर बुरी तरह लड़खड़ा गई थी, वैसी परिस्थिति में पंड्या की पारी ने भारत को 200 के पार पहुंचाया।
चौथा टेस्ट खेल रहे पंड्या भले ही शतक से चूक गए, लेकिन उन्होंने कपिल देव की उस धामकेदार पारी की याद दिला दी, जो उन्होंने 1992 में भारत के पहले अफ्रीका दौरे के दौरान पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट में खेली थी। तब कपिल देव भी टीम के हनुमान बने थे। कपिल ने ऐसे समय में शतकीय प्रहार (129 रन, 180 गेंदों में ) किया था, जब भारत ने अपने 7 विकेट महज 88 रन पर गंवा दिए थे। लेकिन 7वें नंबर पर उतरे कपिल ने कहर बरपा रहे एलन डोनाल्ड के गेंदबाजी का समाना करते हुए 129 रन ठोंक डाले थे और जब टीम इंडिया की पारी 215 रनों पर सिमटी, तो अंतिम आउट होने वाले बल्लेबाज कपिल ही थे।
शनिवार को खएली गई हार्दिक पंड्या की पारी और कपिल देव के 1992 में खेली गई पारी के बीच ये समानताएं रहीं। दोनों ही दक्षिण अफ्रीका दौरे की पारी थी। कपिल देव ने पोर्ट एलिजाबेथ टेस्ट, दिसंबर 1992 में कमाल दिखाया था तो वहीं हार्दिक पंड्या ने केपटाउन टेस्ट, जनवरी 2018 में जलवा बिखेरा। दोनों ही 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। जब कपिल उतरे उस समय भारत ने 7 विकेट 88 रन पर गंवाए थे। पंड्या खेलने उतरे तब भारत ने 7 विकेट 92 रन पर गंवा दिए थे। कपिल ने अपनी पारी के दौरान एक छक्के के अलावा 14 चौके लगाए। पंड्या ने भी अपनी पारी के दौरान एक छक्के के अलावा 14 चौके लगाए।
कपिल की जबर्दस्त पारी की बदौलत भारत की पारी 200 के पार पहुंची (215 रन)। पंड्या की धमाकेदार पारी की बदौलत भारत की पारी 200 के पार पहुंची (209 रन)। कपिल की पारी के दौरान दूसरा सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर 17 रन था। पंड्या की पारी के दौरान दूसरा सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर 26 रन रहा।